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Tuesday, 10 December, 2024
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बेंगलुरु के 48 स्कूलों में बम की धमकी मिलने के बाद स्टूडेंट्स को सुरक्षित बाहर निकाला गया

स्टूडेंट्स के माता-पिता को घटना के बारे में जैसे ही पता चला, वे बेहद घबरा गए और अपने बच्चों को सुरक्षित घर वापस लाने के लिए स्कूल भागे.

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नई दिल्ली: बेंगलुरु में शुक्रवार सुबह 48 प्राइवेट स्कूलों को एक ई-मेल मिला जिसमें उनके कैंपस में बम होने का दावा किया गया.

पुलिस ने बताया कि ई-मेल मिलने के बाद स्कूल के कर्मचारी और बच्चों के पैरेंट्स घबरा गए.

पुलिस ने बताया कि स्कूल प्राधिकारियों ने पुलिस को तुरंत इसकी जानकारी दी जिसके बाद वह बम निरोधक दस्ते और तोड़फोड़ रोधी जांच दल के साथ संबंधित संस्थानों में पहुंची.

उसने बताया कि स्टूडेंट्स और कर्मचारियों को स्कूल कैंपस से तुरंत बाहर निकाल लिया गया और अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है.

स्टूडेंट्स के माता-पिता को घटना के बारे में जैसे ही पता चला, वे बेहद घबरा गए और अपने बच्चों को सुरक्षित घर वापस लाने के लिए स्कूल भागे.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अब तक, बेंगलुरु के 48 स्कूलों को बम रखे होने को लेकर ईमेल मिला है. बम की धमकी का मैसेज एक ईमेल आईडी से आया था. तलाशी अभियान लगभग पूरा हो गया है और अब तक, हमारी टीम को किसी भी कैंपस में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है. प्रथम दृष्टया यह फर्जी संदेश जैसा दिख रहा है. हम इस संबंध में मामला दर्ज करने की प्रक्रिया में हैं और गहन जांच की जा रही है.’’

एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ईमेल में दावा किया गया था कि स्कूल कैंपस में विस्फोटक रख दिए गए हैं. हमें कमान केंद्र से एक फोन कॉल आया और हमने अपने दलों को शहर के विभिन्न हिस्सों में स्थित स्कूों में भेजा. कैंपस से सभी स्टूडेंट्स और कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.’’

पुलिस ने बताया कि पिछले साल भी कुछ शरारती तत्वों ने बेंगलुरु के स्कूलों में बम होने का दावा करते हुए इसी प्रकार के ईमेल भेजे थे, जो बाद में एक अफवाह साबित हुए.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि उन्होंने पुलिस से ई-मेल और उसके स्रोत की गंभीरता से जांच करने और एहतियात के तौर पर स्कूलों और मंदिरों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया है.

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पुलिस अधिकारियों से बात की है और उन्हें सभी स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करने, सतर्क रहने और इसके पीछे के लोगों का पता लगाने का निर्देश दिया है. किसी को भी परेशान करने की कोई ज़रूरत नहीं है.’’

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने उन स्कूलों में से एक का दौरा किया जहां बम होने का दावा किया गया है. उन्होंने स्कूल और पुलिस से स्थिति की जानकारी ली.

उन्होंने कहा, ‘‘टीवी पर समाचार देखकर मैं थोड़ा परेशान हो गया था, क्योंकि कुछ ऐसे स्कूलों का ज़िक्र किया गया है जिन्हें मैं जानता हूं और जो मेरे घर के पास हैं, इसलिए मैं स्थिति का पता लगाने बाहर गया. पुलिस ने मुझे मेल दिखाया है. प्रथम दृष्टया यह फर्जी प्रतीत हो रहा है. मैंने पुलिस से बात की है, लेकिन हमें सतर्क रहना चाहिए. माता-पिता चिंतित हैं, चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. पुलिस इसकी जांच कर रही है.’’

शिवकुमार ने माता-पिता से चिंता न करने की अपील की और कहा कि उनके बच्चे सुरक्षित रहेंगे.

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ शरारती लोगों ने ऐसा किया होगा. हम 24 घंटे में उन्हें पकड़ लेंगे. अपराध शाखा पुलिस सक्रिय है, वे अपना काम कर रहे हैं…हमें भी सतर्क रहना चाहिए और लापरवाही नहीं करनी चाहिए.’’

इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि ईमेल से संदेश भेजा गया था. ईमेल में कहा गया कि बेंगलुरु में कम से कम 15 स्कूल में बम हैं और इसमे बच्चों और कर्मचारियों को मारने की धमकी दी गई थी.

उन्होंने कहा, ‘‘हम गंभीरता से मामले की और इसके स्रोत की जांच कर रहे हैं. मैंने आयुक्त और अधिकारियों से बात की है और उन्हें यह पता लगाने के निर्देश दिए हैं कि यह सही है या फर्जी…..’’

उन्होंने कहा,‘‘हम इसकी जांच कर रहे हैं कि इसके पीछे किसका हाथ है और क्या इसमें किसी आतंकवादी संगठन का हाथ तो नहीं है और उसके अनुसार कदम उठाएंगे. अभी यह नहीं बताया जा सकता कि इसके पीछे कौन है…’’


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