मिर्जापुर: एक तरफ योगी सरकार शिक्षा, सुरक्षा व स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने का वादा कर रही है वहीं दूसरी ओर प्राइमरी स्कूल के मिड डे मील में ही बच्चों को नमक -रोटी खिलाई जा रही है. मिर्जापुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां प्राइमरी स्कूल के बच्चों को नमक के साथ रोटी खिलाई जा रही है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
बता दें कि यूपी के सरकारी स्कूलों में दी जाने वाली मिड डे मील में हर दिन का अलग मेन्यू होता है जिसमें रोटी, दाल, चावल और पौष्टिक खाना परोसना रहता है. वहीं हफ्ते में एक दिन खीर और एक दिन फल भी बच्चों को देना होता है. लेकिन मिर्जापुर के सरकारी प्राइमरी स्कूल के वीडियो में फल और खीर तो छोड़ दीजिए नमक के साफ बच्चों को रोटी परोसी जा रही है. एक महिला बाल्टी में रोटी लेकर बच्चों को परोस रही है. इसके बाद बच्चों को नमक दिया जा रहा है. ये स्कूल मिर्जापुर के जमालपुर खंड में स्थित है.
वीडियो वायरल होने की सूचना के बाद बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) प्रवीण कुमार तिवारी ने जांच के बाद कार्रवाई करते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया. इसके साथ ही सहायक अध्यापिका का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया.
बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय सिउर की शिक्षामित्र को भी इस मामले में दोषी पाते हुए उसका मानदेय भी रोक दिया. खंड शिक्षाधिकारी जमालपुर को भी बराबर का दोषी मानते हुए उनसे तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है.उनका जवाब आने के बाद संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
Mirzapur: Students at a primary school in Hinauta seen eating 'roti' with salt in mid-day meal. District Magistrate Anurag Patel says, "negligence happened at teacher & supervisor's level. The teacher has been suspended. A response has been sought from supervisor" pic.twitter.com/i8rgtJO5xc
— ANI UP (@ANINewsUP) August 22, 2019
इस मामले को डीएम अनुराग पटेल ने दिप्रिंट से बातचीत में कहा , ‘शिक्षक और सुपरवाइजर की लापरवाही बताया है.’
उन्होंने कहा, ‘मिड डे मील में लापरवाही बरतने के आरोप में शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं सुपरवाइजर से इस मामले में जवाब मांगा गया है. प्रशासन ने मामने की जांच का आदेश दे दिया है.’
स्थानीय लोगों का तो ये भी कहना है कि इस स्कूल में कभी-कभी ही दूध आता है और उसे भी बांटा नहीं जाता है. फल तो कभी बच्चों को बांटे ही नहीं जाते हैं. यह पिछले कई सालों से इस स्कूल में जारी है. इसकी भी शिकायत बीएसए ऑफिस में की गई है. बीएसए ने जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी है, जिसे तीन दिनों के अंदर जांचकर रिपोर्ट देने को कहा गया है ताकि उचित कार्रवाई की जा सके. जांच समिति में डीसी एमडीएम, बीईओ राजगढ़ व हलिया शामिल हैं.
आलू को बढ़ावा देने का किया था ऐलान
हाल ही में योगी सरकार ने आलू किसानों को राहत देने के लिए सरकार इस बार भी आलू की सरकारी खरीद बढ़ाने का फैसला किया था. कहा गया था खपत के लिए आलू के उत्पादों का मिड-डे-मील में उपयोग बढ़ाया जाएगा. बच्चों को आलू के उत्पाद ज्यादा देने की बात कही थी लेकिन मिर्जापुर में जिस तरह से नमक-रोटी खाने का वीडियो वायरल हुआ है उससे सरकार के दावों की पोल खोल दी है.