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Friday, 26 April, 2024
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जेएनयू के छात्रावास में बाथरूम की छत गिरने से छात्र घायल

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नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रावास में बृहस्पतिवार सुबह बाथरूम की छत का एक हिस्सा गिरने से एक छात्र घायल हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

यह हादसा जेएनयू के साबरमती छात्रावास में हुआ।

इस घटना के कुछ घंटे बाद विश्वविद्यालय ने कहा कि उसे छात्रावास की मरम्मत के लिए 56.34 करोड़ रुपये मिले हैं।

विश्वविद्यालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘जेएनयू को छात्रावास की मरम्मत और रखरखाव के लिए 56.34 करोड़ रुपये का अनुदान प्राप्त हुआ है। कुलपति प्रोफेसर शांतिश्री डी पंडित छात्र केंद्रित और मैत्रीपूर्ण प्रशासन के अपने मिशन को ध्यान में रखते हुए, अनुदान जारी करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग तथा शिक्षा मंत्रालय को धन्यवाद देती हैं।”

अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) के मुताबिक इस हादसे में छात्र गंभीर रूप से घायल हुआ है।

आइसा की कार्यकर्ता मधुरिमा कुंडू ने कहा, ‘‘ इस घटना में छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया है और उसे सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है। यह छात्रावास के वार्डन और डीन की ओर से आपराधिक लापरवाही का एक स्पष्ट मामला है।’’

आइसा नेता मधुरिमा कुंडू ने कहा, ‘‘हमने बार-बार छात्रावास के जीर्ण-शीर्ण बुनियादी ढांचे और अधिकारियों के सामने छत के हिस्से गिरने का मुद्दा उठाया , लेकिन जेएनयू प्रशासन धन की कमी होने का हवाला देकर इस मुद्दे को दबाने की कोशिश कर रहा है।’’

इससे पहले विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि नमी के कारण बाथरूम की छत का हिस्सा गिर गया। इस हादसे में जर्मन भाषा की पढ़ाई करने वाला बीए द्वितीय वर्ष का एक छात्र घायल हो गया।

जेएनयू के अधिकारी ने कहा, ‘‘छात्र को मामूली चोटें आईं हैं और उसे छात्रावास के वार्डन द्वारा सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया। वह ठीक है। उसका एक्स-रे किया गया, जिससे पता चलता है कि सब कुछ ठीक है। घायल छात्र की सीटी स्कैन की रिपोर्ट का इंतजार है।’’

अधिकारी ने कहा कि विश्वविद्यालय और छात्रावासों में बुनियादी ढांचे के मुद्दे हैं, विशेष रूप से जो पुराने हैं, उन्हें मरम्मत की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें छात्रावासों के मरम्मत कार्य के लिए धन राशि नहीं मिली है। हमने छात्रावासों में प्रमुख मरम्मत कार्य कराने के लिए 54 करोड़ रुपये की मांग की है, लेकिन स्वीकृति की प्रतीक्षा है। हमने ब्रह्मपुत्र छात्रावास में मामूली मरम्मत कार्य किया है। इसके बाद साबरमती छात्रावास और फिर नर्मदा छात्रावास में मरम्मत कार्य किया जाएगा। ये काफी पुराने छात्रावास हैं।’’

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें इस मामले में अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है।

भाषा रवि कांत उमा

उमा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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