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मंगलवार, 10 जून, 2025
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सड़कों पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों की कड़ी निगरानी जरूरी: कर्नाटक के मंत्री पाटिल

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बेंगलुरु, सात जून (भाषा) कर्नाटक के मंत्री शरण प्रकाश पाटिल ने शनिवार को केंद्रीय और राज्य खाद्य एवं औषधि प्रशासनों से सड़क एवं होटल के खाद्य पदार्थों के मानकों की बारीकी से निगरानी एवं विनियमन करने की अपील की।

यहां राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान संस्थान (निमहांस) में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाटिल ने अस्वास्थ्यकर एवं मिलावटी भोजन से होने वाले गंभीर स्वास्थ्य खतरों पर चर्चा की।

उन्होंने कहा, ‘‘सार्वजनिक स्थानों पर बेचे जाने वाले घटिया खाद्य पदार्थों से अक्सर बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकारी एजेंसियों द्वारा सख्त प्रवर्तन आवश्यक है।’’

इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा और विभाग की सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव भी मौजूद थे।

पाटिल ने कहा कि विक्रेता अक्सर खाद्य पदार्थों के स्वाद और दिखावट को बढ़ाने के लिए प्रतिबंधित रंगों और रसायनों का उपयोग करते हैं, जिससे गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं हो सकती हैं एवं वे कभी-कभी घातक भी साबित हो सकती हैं।

कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा, कौशल विकास, उद्यमिता और आजीविका मंत्री ने युवाओं और बच्चों को ‘स्ट्रीट फूड’ की जगह घर का बना खाना चुनने के लिए प्रोत्साहित किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पूर्वजों ने हमें स्वस्थ भोजन की आदतें सिखाई हैं। अब समय आ गया है कि हम उन आदतों को अपनाएं। सही खाना एक प्रगतिशील राष्ट्र की निशानी है।’’

इस अवसर पर मंत्री ने नड्डा के साथ भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा तैयार ‘ईट राइट एक्टिविटी बुक’ का विमोचन किया, जिसका उद्देश्य स्कूली बच्चों और समुदायों के बीच खाद्य सुरक्षा, स्वच्छता और पोषण के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।

भाषा राजकुमार माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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