आगरा, आठ अप्रैल (भाषा) जिले के एत्मादपुर ब्लॉक के एक छोटे से गांव नागला रामी में आज जश्न का माहौल है, क्योंकि उनकी बेटी दिव्या सिकरवार ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया है।
परीक्षा परिणाम के बाद से ही गांव में लड्डू बांटे जा रहे हैं और दिव्या के साथ सेल्फी लेने की लोगों में होड़ लगी है।
शुक्रवार की रात को घोषित यूपीपीएससी परीक्षा -2022 के परिणाम में 26 वर्षीय सिकरवार पहले नंबर पर रही हैं। उन्होंने तीसरे प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण की है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से सेवानिवृत्ति के बाद खेती कर रहे राजपाल सिकरवार की सबसे बड़ी बेटी दिव्या का कहना है कि उसकी गृहणी मां सरोज देवी ‘‘उसकी प्रेरणा का मुख्य स्रोत है।’’
सिकरवार ने पीटीआई/भाषा को बताया,‘‘मैं अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को देना चाहूंगी जिसने तमाम परेशानियों के बावजूद हर बार मेरा साथ दिया। मेरे पिता ने भी मुझे प्रेरित किया। जब मैं दो बार परीक्षा में सफल नहीं हुई, तो उन्होंने मुझे प्रयास करते रहने को कहा।’’
सेल्फी लेने वालों को निराश नहीं करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आप ग्रामीण पृष्ठभूमि से हों या फिर शहरी, लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध होना जरूरी है।’’
अपनी सफलता का मंत्र साझा करते हुए दिव्या ने कहा, ‘‘सोशल मीडिया से दूर रहें, पढ़ाई पर ध्यान दें और पढ़ाई के घंटों को कभी ना गिनें।’’
आगरा के सेंट जॉन कॉलेज से परास्नातक, दिव्या ने कहा कि उन्होंने कॉलेज में रहते हुए ही इस परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने घर में पढ़ाई की और समाजशास्त्र के लिए ऑनलाइन कक्षाएं लीं। मैंने कभी पढ़ाई के घंटे नहीं गिने। मैंने एनसीईआरटी किताबों की भी मदद ली।’’
भाषा सं अर्पणा पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.