बैरकपुर (पश्चिम बंगाल), 23 जनवरी (भाषा) पश्चिम बंगाल के बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह पर कथित तौर पर पत्थर फेंके जाने के बाद रविवार को कोलकाता के पास भाटपारा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के समर्थकों के बीच झड़प हो गयी। पुलिस ने बताया कि सांसद नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में रखे गए एक कार्यक्रम में शामिल हो रहे थे, जब यह घटना हुई।
पुलिस ने बताया कि बताया कि उत्तर 24 परगना जिले में सियासी घमासान के बीच हुई झड़पों में पुलिस के एक वाहन समेत दो कार क्षतिग्रस्त हुईं।
पुलिस के संयुक्त आयुक्त ध्रुब ज्योति डे ने कहा कि भाजपा सांसद को निकालकर उनके आवास पर सुरक्षित पहुंचाया गया।
उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस का एक बड़ा दस्ता मौके पर तैनात था।
अर्जुन सिंह के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आनन-फानन में बुलाई गई प्रेस वार्ता में बताया कि भाटपारा विधायक पवन सिंह पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं ने हमला किया था, जब वह नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मौके से निकल रहे थे।
मजूमदार ने कहा, ‘‘जैसा कि पवन सिंह को तृकां के गुंडों ने घेर लिया था, उन्होंने अर्जुन सिंह को फोन किया, जो मौके पर पहुंचे। दोनों पर तृकां के कार्यकर्ताओं ने हमला किया, जिन्होंने कई राउंड फायरिंग भी की। अर्जुन सिंह के सुरक्षा गार्ड को तब आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी। उनकी जान को खतरा था। हमारे सांसद की कार में टीएमसी के बदमाशों ने तोड़फोड़ की, जिन्होंने शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर ऐसा किया था। हम घटना के बारे में केंद्र को सूचित कर रहे हैं। मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ।’’
बैरकपुर के सांसद ने कहा कि इस घटना के बारे में लोकसभा अध्यक्ष और राज्यपाल को सूचित कर दिया है ।
दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि सिंह अब अप्रासंगिक हो गये हैं और निगम चुनाव से पहले गड़बड़ी पैदा करना चाहते हैं ।
घटना की निंदा करते हुये भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष ने कहा कि नेताजी की 125 वीं जयंती के मौके पर उनकी प्रतिमा पर एक सांसद को पुष्प चक्र अर्पित करने से रोके जाने से राज्य की बदतर होती कानून व्यवस्था उजागर हो गयी है ।
मजूमदार ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र ध्वस्त हो चुका है और पुलिस मूकदर्शक बनी हुयी है क्योंकि सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ता भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को आतंकित कर रहे हैं ।
जेड श्रेणी की सुरक्षा होने के बावजूद अर्जुन सिंह ने कहा कि उन पर तृकां कार्यकर्ताओं ने हमला किया और नेताजी की प्रतिमा पर पुष्पचक्र अर्पित करने से रोका ।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक सुनियोजित हमला था । हमें नहीं पता था कि तृकां ने नेताजी को इस तरह से हड़प लिया है कि भाजपा के नेता राष्ट्रीय आदर्श के प्रति सम्मान नहीं दिखा सकते।
तृकां के नैहाटी से विधायक पार्थ भौमिक ने दावा किया कि अर्जुन सिंह ने भाटपाड़ा इलाके में गड़बड़ी की यह साजिश रची और यह घटना पूर्व नियोजित थी ।
विधायक ने आरोप लगाया कि भाटपाड़ा में सिंह दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे थे और अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को सतर्क किया कि वह इस तरह के किसी भी प्रयास को विफल करें।
पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर बमबारी और फायरिंग की कोई भी घटना बंगाल की छवि को धूमिल करने वाली है ।
चौधरी ने बहरामपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार है। लेकिन मैं सभी दलों से नेताजी के जन्मदिन पर हिंसा का सहारा नहीं लेने का अनुरोध करूंगा। यह बंगाल की संस्कृति और लोकाचार के साथ अच्छा नहीं है।’’
नेताजी के पौत्र एवं नेताजी रिसर्च ब्यूरो के अध्यक्ष सुगत बोस ने कहा, ‘‘महान देशभक्त के जन्मदिन पर ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए थीं।’’
पुलिस ने कहा कि शनिवार की रात, पास के पानीहाटी इलाके में बीटी रोड पर टीएमसी के पार्टी कार्यालय पर देसी बम फेंके गए, जिससे दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई।
उन्होंने कहा कि दोनों घटनाओं की जांच की जा रही है और गिरफ्तारी की जानी बाकी है।
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