चेन्नई, 20 अगस्त (भाषा)तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने बुधवार को वरिष्ठ पत्रकार सिद्धार्थ वरदराजन और करण थापर को देशद्रोह के एक मामले में समन किये जाने को लेकर असम पुलिस की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘अगर सवाल पूछना देशद्रोह माना जाएगा तो लोकतंत्र कायम नहीं रह सकता।’’
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही संबंधित मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा संरक्षण प्रदान किए जाने के बावजूद ये समन जारी किए गए हैं।
तमिलनाडु राज्य में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक)के अध्यक्ष स्टालिन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘प्राथमिकी की कोई प्रति और मामले का कोई विवरण नहीं दिया गया है, केवल गिरफ्तारी की धमकी दी गई है। स्वतंत्र पत्रकारिता को दबाने के लिए निरस्त देशद्रोह कानून के विकल्प के रूप में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस)की धारा 152 का दुरुपयोग किया जा रहा है। मैं द वायर के वरिष्ठ पत्रकारों एस वरदराजन और करण थापर को समन जारी करने की असम पुलिस की कार्रवाई की कड़ी निंदा करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यदि प्रश्न पूछना देशद्रोह माना जाएगा तो लोकतंत्र नहीं बच सकता।’’
गुवाहाटी पुलिस ने देशद्रोह के आरोप में दर्ज एक मामले में दोनों वरिष्ठ पत्रकारों को तलब किया है। उन्हें 22 अगस्त को गुवाहाटी पुलिस की अपराध शाखा के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है।
भाषा धीरज नरेश
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