नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) दाखिले के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया को छोड़ने से सेंट स्टीफेंस कॉलेज के इनकार करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने शुक्रवार को कहा कि वह केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए कॉलेज द्वारा लिये गये सभी दाखिले को अमान्य घोषित करने के अपने फैसले पर दृढ़ है।
कॉलेज ने खुद के अल्पसंख्यक स्वरूप का संस्थान होने पर जोर देते हुए कहा है कि वह सभी श्रेणियों के उम्मीदारों के लिए 85 प्रतिशत भारांश सीयूईटी अंक को देगा और 15 प्रतिशत भारांश साक्षात्कार को देगा। इस रुख का डीयू ने सख्त विरोध किया है, जो चाहता है कि साक्षात्कार सिर्फ आरक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए आयोजित किया जाए।
बृहस्पतिवार को सेंट स्टीफेंस कॉलेज के प्राचार्य जॉन वर्गीज ने डीयू को एक पत्र लिख कर कहा था कि कॉलेज दाखिले के दौरान अपनी विश्वसनीय साक्षात्कार प्रक्रिया को बरकरार रखेगा। साथ ही, उन्होंने कॉलेज में दाखिला लेना चाह रहे छात्रों के लिए एक अप्रिय स्थिति पैदा करने से विश्वविद्यालय को दूर रहने को कहा।
हालांकि, डीयू के कुलसचिव विकास गुप्ता ने कहा कि कॉलेज को विश्वविद्यालय द्वारा जारी दाखिला दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।
गुप्ता ने कहा, ‘‘हम एक बार फिर उन्हें इस बात से अवगत कराते हैं कि उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा जारी दाखिला दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। उन्हें केवल सीयूईटी अंकों के आधार पर अनारक्षित सीटों पर दाखिला लेना होगा। हम अपने फैसले पर दृढ़ हैं। ’’
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सुभाष उमा
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