नई दिल्ली: गाजियाबाद के मुरादनगर में गंगा नहर के पास जासूसी कैमरा मिलने के बाद पुलिस ने पास के मंदिर के पुजारी पर मामला दर्ज किया है.
गाजियाबाद पुलिस के अनुसार, 21 मई को अपनी बेटी के साथ इस स्थान पर आईं एक श्रद्धालु ने देखा कि महिलाओं के चेंजिंग रूम के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले पोर्टेबल स्ट्रक्चर की ओर एक कैमरा लगा हुआ था. महिला ने जब पुजारी मुकेश गोस्वामी को इस बारे में बताया, तो उसने महिला को धमकाने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई.
गोस्वामी फिलहाल फरार है, लेकिन पुलिस ने कथित तौर पर पाया कि कैमरे से फीड सीधे उसके फोन पर स्ट्रीम की जा रही थी, जिसे वह वहीं छोड़ गया था.
सहायक पुलिस आयुक्त नरेश कुमार ने दिप्रिंट को बताया, “हमने एक बंद जगह में महिलाओं और बच्चों को कैप्चर करने वाले पांच दिनों के फीड को बरामद किया है. पुजारी इसे अपने फोन पर लाइव देखता था.” उन्होंने बताया कि इलाके में लगाए गए कैमरे अब हटा दिए गए हैं.
पुलिस ने बताया कि गोस्वामी के खिलाफ इससे पहले भी तीन-चार आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें जबरन वसूली का मामला भी शामिल है.
वो आठ साल से मंदिर में छठ पूजा जैसे अनुष्ठान करवा रहा था.
गोस्वामी पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 354 (महिला पर आपराधिक हमला), 354सी (किसी महिला को निजी तस्वीर लेना), 504 (जानबूझकर अपमान करना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुजारी के फोन में कथित तौर पर 100 से अधिक महिलाओं की फुटेज मिली है.
इस बीच, सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर पोर्टेबल स्ट्रक्चर को ध्वस्त कर दिया है और इलाके के सभी कैमरे हटा दिए हैं.
सिंचाई विभाग के पर्यवेक्षक रवि पाल सिंह ने कहा, “नहर के तल पर टिन (चेंजिंग रूम) वाले सभी स्ट्रक्चर अवैध थे और उन्हें सिंचाई विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया गया था.”
स्थानीय रूप से “छोटा हरिद्वार” के नाम से मशहूर मुरादनगर की गंगा नहर स्थानीय लोगों के लिए एक लोकप्रिय जगह है, खासकर गर्मियों में.
जब दिप्रिंट ने साइट का दौरा किया, तो मंदिर में गोस्वामी के कार्यालय का बड़ा नारंगी दरवाज़ा बंद था.
इस घटना और चिलचिलाती धूप के बावजूद, नहर के पास का दृश्य आम दिनों के जैसा था, पुरुष, महिलाएं और बच्चे इधर-उधर घूम रहे हैं और हवा में हंसी की आवाज़ें गूंज रही हैं. प्रवेश द्वार पर तैनात दो सुरक्षा गार्डों ने दिप्रिंट को बताया कि वीकेंड में नहर पर 1,000 से अधिक टूरिस्ट आते हैं.
घाट के दोनों ओर केवल दो स्थायी चेंजिंग रूम बचे हैं. ये भी हालांकि, खराब स्थिति में हैं, जिनमें अंदर गंदगी है और दीवारें मक्खियों से भरी हुई हैं. घाट के ऊपर एक तीसरा शौचालय है, लेकिन बार-बार पानी भरने के कारण यह अनुपयोगी हो जाता है.
अधिकांश टूरिस्ट इस घटना से अनजान थे. एक महिला ने स्थायी चेंजिंग रूम की ओर इशारा करते हुए कहा, “यहां बहुत गर्मी है. मैं अपने परिवार के साथ यहां आई थी. मुझे घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन मेरी बेटियां उस कमरे में अपने कपड़े बदल रही थीं.”
हालांकि, एक अन्य टूरिस्ट ने स्वीकार किया कि वो इस घटना से डर गई थीं और जितनी जल्दी हो सके वहां से जाने की योजना बना रही थीं.
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