लखनऊ, 10 जून (भाषा) इतिहास रचने को तैयार स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट पर सवार ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के बहुप्रतीक्षित और तीन बार स्थगित किए गए प्रक्षेपण की सफलता के लिए मंगलवार को लखनऊ में विशेष प्रार्थना की गई। यह मिशन उन्हें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर कदम रखने वाले पहले भारतीय के रूप में इतिहास में दर्ज कराएगा।
लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला का बहुप्रतीक्षित अंतरिक्ष मिशन मूल रूप से 29 मई को निर्धारित किया गया था, लेकिन इसे आठ जून और फिर 10 जून के लिए टाल दिया गया और फिर 11 जून के लिए पुनर्निर्धारित किया गया।
अमेरिका में फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से भारतीय वायुसेना के 39 वर्षीय अधिकारी की बहुप्रतीक्षित अंतरिक्ष यात्रा राकेश शर्मा की 1984 की यात्रा के बाद मानव अंतरिक्ष यान में भारत की वापसी का भी प्रतीक होगी। मंगलवार को वायुसेना अधिकारी के परिवार ने विशेष प्रार्थना की, जो लखनऊ के लिए अद्वितीय ‘बड़ा मंगल’ समारोह के पांचवें और अंतिम दिन के साथ मेल खाता है।
अंतरिक्ष उड़ान को लेकर जश्न के लिए तैयार सिटी मांटेसरी स्कूल (सीएमएस) ने मंगलवार को एक यज्ञ का आयोजन किया।
शैक्षणिक संस्थान ‘सिटी मॉन्टेसरी स्कूल’ (सीएमएस) अपने पूर्व छात्र की अंतरिक्ष यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित है। सीएमएस की अलीगंज शाखा ने शुभांशु के अंतरिक्ष मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना करने के लिए एक यज्ञ का आयोजन किया।
यज्ञ में सीएमएस प्रबंधक डॉ गीता गांधी किंगडन, स्कूल के अध्यक्ष डॉ रोजर किंगडन, शुभांशु शुक्ला के माता-पिता आशा और शंभू शुक्ला, उनकी बड़ी बहनें शुचि और निशि मिश्रा के साथ-साथ उनके शिक्षक और कई छात्र शामिल हुए। कई छात्र ‘अंतरिक्ष यात्री बनने का सपना देखने के लिए काफी प्रेरित’ दिखाई दिए।
डॉ किंगडन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि “हम विज्ञान पढ़ाते हैं लेकिन हम यह भी मानते हैं कि कोई अदृश्य शक्ति है जो हमें बड़े लक्ष्यों की ओर ले जाती है।”
उन्होंने कहा, “हमारे सबसे प्रतिभाशाली पूर्व छात्रों में से एक की अंतरिक्ष यात्रा निश्चित रूप से न केवल हमारे लिए बल्कि देश के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण क्षण है और इसीलिए हमने विशेष प्रार्थना की और एक यज्ञ किया ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ब्रह्मांड का आशीर्वाद उनके साथ रहे क्योंकि वह एक ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन पर जा रहे हैं।”
शुभांशु का लखनऊ स्थित घर लगातार गतिविधियों से भरा रहता है, जहां शहर के कई अन्य स्थानों की तरह, उनके अंतरिक्ष यात्री सूट में कटआउट लगे हैं। शुभांशु को उनके ऐतिहासिक मिशन से पहले बधाई देने के लिए राज्य की राजधानी के कई हिस्सों में लगभग 15 बड़े होर्डिंग्स लगाए गए हैं।
शुभांशु के पिता शंभू शुक्ला ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘यह सच है कि या तो हमारे पास आगंतुक आ रहे हैं या फोन आ रहे हैं, इन सबका मुख्य आकर्षण हमारे बेटे की अंतरिक्ष यात्रा है।’
शुभांशु की मां आशा ने कहा कि उनका बेटा पिछले कई महीनों से ह्यूस्टन में प्रशिक्षण ले रहा था और अब नियमित रूप से उन्हें फोन करता है।
सीएमएस के ऋषि खन्ना ने बताया कि सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (अलीगंज शाखा) के पूर्व छात्र एवं भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक अन्तरिक्ष उड़ान के उपलक्ष्य में ‘व्योमनाइट’ समारोह का आयोजन बुधवार को कानपुर रोड पर स्थित सीएमएस के ऑडिटोरियम में किया जाएगा जिसमें शुभांशु की अन्तरिक्ष उड़ान का सीधा प्रसारण किया जायेगा।
भाषा
मनीष, आनन्द, रवि कांत रवि कांत
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