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Saturday, 16 August, 2025
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स्पेशल कोर्ट ने पूर्व PM एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना को रेप केस में दोषी ठहराया

महिला को कथित तौर पर प्रज्वल के पिता, कर्नाटक के पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना और पत्नी भवानी रेवन्ना के निर्देश पर अप्रैल 2024 में अपहरण कर लिया गया था, ताकि उसे गवाही देने से रोका जा सके.

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नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते और पूर्व जेडी(एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना को बेंगलुरु की एक ट्रायल कोर्ट ने बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया है.

उन्हें हासन में परिवार के गन्निकाडा फार्महाउस में काम करने वाली 48 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार का दोषी पाया गया है. महिला ने यह भी आरोप लगाया था कि रेवन्ना ने बेंगलुरु के बसवनगुड़ी स्थित अपने घर पर भी उसके साथ बलात्कार किया.

महिला को अप्रैल 2024 में प्रज्वल के पिता और कर्नाटक के पूर्व मंत्री एच.डी. रेवन्ना और पत्नी भवानी रेवन्ना के कहने पर कथित तौर पर अगवा किया गया था, ताकि वह गवाही न दे सके.

हमले के वीडियो उन सैकड़ों महिलाओं के कथित यौन शोषण वाले वीडियो में शामिल थे, जिनमें प्रज्वल का नाम आया था और जो पिछले साल अप्रैल में लीक हुए थे. वीडियो में महिला को प्रज्वल से गुहार लगाते सुना गया था: “बेडा अन्ना, बित्तबिडी” (‘नहीं भाई, छोड़ दीजिए’).

जब महिला अगवा हुई थी, तब दिप्रिंट ने मैसूरु में उसके परिवार से मुलाकात की थी. परिवार ने कहा था, “हम बिकेंगे नहीं,” क्योंकि वे अपनी मां के अपहरण और उस पर हुए हमले की खबर से जूझ रहे थे.

“हम कोर्ट से दोषसिद्धि के आदेश की उम्मीद कर रहे थे क्योंकि हमारे पास अपराध का वीडियो सबूत है,” हासन की एक्टिविस्ट रूपा हासन ने दिप्रिंट से कहा. “यह सभी पीड़ितों की जीत है. इससे ज़रूर और महिलाएं बोलने के लिए सशक्त होंगी, लेकिन अभी वे यही सवाल कर रही हैं: वीडियो बांटे जाने वाले केस का क्या हुआ,” उन्होंने जोड़ा.

टाइमलाइन

27 अप्रैल 2024 को कर्नाटक सरकार ने विशेष जांच दल (SIT) बनाने का ऐलान किया था, ताकि रेवन्ना के कथित तौर पर सैकड़ों महिलाओं के शोषण वाले लीक वीडियो की जांच हो सके. ये पेन ड्राइव्स हासन के बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर छोड़ दिए गए थे.

2 मई 2024 को प्रज्वल पर बलात्कार का केस दर्ज हुआ. उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया, लेकिन तब तक रेवन्ना जर्मनी भाग चुके थे.

4 मई को कथित तौर पर अगवा की गई महिला को वरिष्ठ पुलिसकर्मियों और SIT ने बचाया.

सितंबर में SIT ने 48 वर्षीय महिला के मामले में चार्जशीट दाखिल की. 1,625 पन्नों की चार्जशीट में 113 गवाहों के नाम थे, जिनमें फॉरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल थे, जिन्होंने वीडियो में दिख रहे व्यक्ति की पहचान प्रज्वल रेवन्ना के रूप में की. महिला द्वारा सुरक्षित रखी गई (बिना धोई गई) पेटीकोट पर भी प्रज्वल का डीएनए मिला.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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