नयी दिल्ली, 12 मार्च (भाषा) आंगनवाड़ी केंद्रों में आने वाली महिलाओं, बच्चों को स्वच्छ जल मुहैया कराए जाने को सरकार की पहली प्राथमिकता बताते हुए महिला और बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने बुधवार को दावा किया कि आंगनवाड़ियों में पेयजल एवं शौचालयों पर खास ध्यान दिया जाता है।
राज्यसभा में भाजपा के एस सेल्वागनबेथी के पूरक प्रश्न के उत्तर में सावित्री ने बताया कि आंगनवाड़ी में आने वाली महिलाओं, बच्चों को स्वच्छ जल मुहैया कराना सरकार की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ियों में पेयजल एवं शौचालयों पर खास ध्यान दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ियों में शुद्ध पेयजल के लिए आरओ की व्यवस्था की जा रही है ताकि बच्चों, किशोरियों तथा गर्भवती महिलाओं को पीने का साफ पानी मिल सके।
महिला और बाल विकास राज्य मंत्री ने पूरक प्रश्नों के जवाब में बताया कि सभी आंगनवाड़ियों में स्मार्ट फोन उपलब्ध कराया गया है जिनके माध्यम से वहां आने वाली महिलाओं तथा बच्चों की निगरानी की जाती है ताकि जरूरतमंद को सही पोषण दिया जाए।
कांग्रेस की रजनी पाटिल ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बेहद कम है और लंबे समय से इसकी समीक्षा भी नहीं की गई है।
इस पर सावित्री ठाकुर ने कहा कि देश में हर जगह आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका हैं और उनको सरकार हर सुविधा देने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि करीब 18,000 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को आयुष्मान भारत योजना से, सहायिकाओं को जीवन ज्योति योजना से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 4,500 रुपये मानदेय तो दिया ही जाता है लेकिन अच्छा काम करने पर उन्हें प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनोज कुमार झा ने कहा कि ‘स्कीम वर्कर’ देश की अधिकतर योजनाएं चला रहे हैं तो उनका मानदेय निश्चित रूप से प्राथमिकता में होना चाहिए। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों में दिए जाने वाले पोषक आहार के बारे में पूछा।
सावित्री ठाकुर ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में केंद्र सरकार के मानदंड के अनुसार पोषक आहार दिया जाता है और राज्य सरकारें अपने मानकों के अनुसार भी पोषक आहार देती हैं।
भाजपा के डॉ दिनेश शर्मा के पूरक प्रश्न के उत्तर में सावित्री ठाकुर ने बताया कि हेल्पलाइन के जरिये पोषण-2 के तहत दी जाने वाली सेवाओं की जानकारी हम हासिल करते हैं। उन्होंने कहा कि यह हेल्पलाइन 20 भाषाओं में उपलब्ध है।
भाषा मनीषा वैभव
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