लखनऊ,नौ अप्रैल (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के 31 सदस्यों के खिलाफ राजभवन के पास बिना इजाजत प्रदर्शन करने और पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सचिवालय कोतवाली हजरतगंज के चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक बागेश शर्मा की शिकायत पर हजरतगंज थाने में यह प्राथमिकी दर्ज की गई।
शिकायत के अनुसार, मंगलवार को पायल किन्नर के नेतृत्व में सपा की 15-20 महिला कार्यकर्ताओं ने जीपीओ पार्क में दोपहर करीब सवा तीन बजे काली पट्टी बांधकर मौन विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा दिए गए बयान के खिलाफ था।
शिकायत में कहा गया है, ‘बाद में शाम करीब चार बजे सपा नेता जूही सिंह (राष्ट्रीय अध्यक्ष-महिला सभा), सुमैया राणा और वंदना चतुर्वेदी 5-7 अन्य महिला समर्थकों के साथ जीपीओ पार्क में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं। शाम करीब पांच बजे समूह ने कहा कि वे सपा कार्यालय लौट रहे हैं।’
हालांकि, शिकायत में आरोप लगाया गया है कि महिलाएं अचानक राजभवन के गेट नंबर 2 की ओर गईं, जहां उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी और धरना दिया। जब पुलिस कर्मियों ने समूह को शांत करने का प्रयास किया, तो वे हाथापाई करने लगीं।
शिकायत में पायल किन्नर, जूही सिंह, सुमैया राणा, बीना रावत, सुमन यादव, वंदना चतुर्वेदी और 25 अन्य अज्ञात महिला कार्यकर्ताओं का जिक्र है।
यह भी आरोप लगाया गया है कि सपा की महिला कार्यकर्ताओं ने यातायात और राजभवन की सुरक्षा व्यवस्था को बाधित करके सरकारी काम में बाधा डाला।
सहायक पुलिस आयुक्त (हजरतगंज) विकास कुमार जायसवाल ने कहा, ‘शिकायत के आधार पर मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की गई। आगे की जांच की जा रही है और अज्ञात आरोपियों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।’
भाषा चंदन जफर नोमान
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