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बुधवार, 2 जुलाई, 2025
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सपा नेता हसन ने ढाबा मालिकों के ‘अनधिकृत’ सत्यापन को लेकर हिंदू संगठनों की कड़ी निंदा की

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मुरादाबाद (उप्र), दो जुलाई (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद एस टी हसन ने कांवड़ यात्रा मार्ग के ढाबा मालिकों की ‘‘धार्मिक पहचान’’ उजागर करने के लिए कुछ हिंदू संगठनों द्वारा सत्यापन किए जाने पर बुधवार को उनकी कड़ी निंदा की और इसे ‘‘आतंकवाद के बराबर’’ कृत्य बताया।

यह टिप्पणी उन खबरों के बीच आयी है जिनमें कहा गया है कि उत्तराखंड के कई शहरों में कुछ हिंदू संगठनों के सदस्य रेस्तरां मालिकों और कर्मचारियों की पहचान की कथित तौर पर अवैध तरीके से सत्यापन कर रहे हैं तथा मुस्लिम होने के संदेह में व्यक्तियों को निशाना बना रहे हैं।

सोशल मीडिया पर सामने आये कथित वीडियो में कुछ लोग ढाबों के कर्मचारियों से उनके नाम पूछते और धार्मिक पहचान साबित करने के लिए मजबूर करते दिखे।

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले हसन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘होटल कर्मचारियों और स्थानीय विक्रेताओं से उनके नाम बताने के लिए कहना और अपने धर्म की पहचान के लिए उन्हें कपड़े उतारने के लिए मजबूर करना, पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से कम नहीं है। यह भी आतंकवाद का ही एक रूप है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी घटनाएं खुलेआम हो रही हैं और उत्तराखंड सरकार आंख मूंदे बैठी है।

हसन ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि राज्य सरकार चुपचाप इन कृत्यों का समर्थन कर रही है। भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में इस तरह का व्यवहार शर्मनाक है और इसे रोका जाना चाहिए।’’

हसन ने केंद्र और राज्य सरकारों से तत्काल हस्तक्षेप करने का आह्वान किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस तरह की ‘‘सांप्रदायिक प्रथा’’ पर रोक लगे।

इस बीच, भाजपा के प्रान्तीय प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने सपा नेता एस टी हसन के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ”कोई भी व्यक्ति यदि कानून हाथ में लेता है तो गलत है, किन्तु पहलगाम के आतंकियों से तुलना बेहद आपत्तिजनक है। पहलगाम में आतंकियों ने पहचान सुनिश्चित करके हत्या की जबकि सावन में शुद्ध शाकाहारी भोजन के लिए अगर कोई पहचान पूछे तो इसकी तुलना आतंकियों से कैसे कर सकते हैं।”

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी मजहबी तुष्टीकरण में किसी भी हद तक गिर सकती है।

इस बीच, उत्तर प्रदेश मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित भोजनालय मालिकों की पहचान के अनधिकृत सत्यापन से संबंधित मामले में पुलिस ने स्वामी यशवीर महाराज से जुड़े कई कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी करके पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा है।

नयी मंडी थाना प्रभारी दिनेश चंद के अनुसार, छह कार्यकर्ताओं को जिला प्रशासन की अनुमति के बिना सत्यापन करने में कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ के लिए तीन दिन के भीतर थाने में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है।

भाषा सं जफर सलीम अमित

अमित

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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