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रविवार, 27 अप्रैल, 2025
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई, उप मुख्यमंत्री बोले- ‘देर आए दुरुस्त आए’

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महाकुम्भ नगर (उप्र), 26 जनवरी (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को प्रयागराज में संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इस पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तंज करते हुए कहा कि ‘‘देर आए दुरुस्त आए।’’

सपा प्रमुख यादव दोपहर में महाकुम्भ नगर पहुंचे और संगम में स्नान किया।

यहां अखिलेश ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज गणतंत्र दिवस के अवसर में मुझे संगम में 11 डुबकी लगाने का मौका मिला। भगवान से कामना की कि लोगों के बीच सौहार्द एवं सद्भाव बना रहे और वे सहनशीलता के साथ आगे बढ़ें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह (महाकुम्भ) एक बड़ा आयोजन है। जब सपा की सरकार थी, उस समय हमें महाकुम्भ आयोजित कराने का मौका मिला था। उस समय हमने कम संसाधन में महाकुम्भ आयोजित किया था।’’

अखिलेश ने कहा, ‘‘यहां तीन नदियां मिलती हैं-गंगा, यमुना और सरस्वती, जो हमें प्रेरणा देती हैं कि हमें मिलकर रहना चाहिए। लोग यहां बिना प्रचार के अपनी व्यक्तिगत आस्था से आते हैं।’’

यह पूछे जाने पर कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोग व्यवस्था के लिहाज इसे अब तक का सबसे अच्छा कुंभ बता रहे हैं, सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘भाजपा वालों के लिए यही कहना है कि कुम्भ में आएं, तो सहनशीलता के साथ स्नान करें, क्योंकि लोग यहां दान-पुण्य के लिए आते हैं, किसी ‘वाटर स्पोर्ट्स’ के लिए नहीं।’’

सपा ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ खाते पर पोस्ट किया, ‘‘माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने प्रयागराज में महाकुम्भ के अवसर पर संगम में आस्था की डुबकी लगाई।’’ इस पोस्ट के साथ सपा प्रमुख की संगम में स्नान करने की कुछ तस्वीरें भी साझा की गई हैं।

इस बीच, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस पर तंज करते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘अखिलेश यादव जी, देर आए दुरुस्त आए। हरिद्वार में गंगा स्नान और महाकुम्भ स्नान के बाद उम्मीद है कि अब आस्था को चोट पहुंचाने वाले बयानों से बचेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘महाकुम्भ की विशेषता अनेकता में एकता है। जो सपाई और कांग्रेसी अब भी महाकुम्भ को लेकर मानसिक और दृष्टि दोष से ग्रसित हैं, वे इलाज कराएं या न कराएं, पर महाकुम्भ स्नान जरूर करें।’’

इससे पहले, 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर अखिलेश ने हरिद्वार में गंगा में डुबकी लगाई थी। इस महीने की शुरुआत में यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रयागराज महाकुम्भ में जाएंगे, अखिलेश ने कहा था कि वह हमेशा धार्मिक समागम में जाते रहे हैं।

उन्होंने कहा था, ‘‘कुछ लोग पुण्य पाने के लिए गंगा में स्नान करने जाते हैं, तो कुछ लोग दान देने जाते हैं और कुछ अपने पापों को धोने जाते हैं। हम पुण्य और दान दोनों के लिए जाएंगे।’’

अखिलेश ने 2019 में अर्धकुम्भ के दौरान भी प्रयागराज पहुंचकर संगम में पवित्र स्नान किया था।

भाषा आनन्द सलीम खारी

खारी

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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