नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के प्रस्तावित अनशन से एक दिन पहले उनके करीबी सूत्रों ने सोमवार को कहा कि यह वसंधुरा राजे सरकार के तहत हुए भष्टाचार के खिलाफ लड़ाई है और कांग्रेस में किसी को लक्षित करके यह सब नहीं किया जा रहा है।
इन सूत्रों ने यह भी कहा कि राहुल गांधी कथित भ्रष्टाचार को लेकर अडाणी के खिलाफ लड़ रहे हैं, उसी तरह पायलट पूर्ववर्ती वसंधुरा राजे सरकार को जवाबदेह ठहराने के लिए मुद्दा उठा रहे हैं।
पायलट के करीबी एक सूत्र ने कहा कि देश में कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखरता से आवाज उठा रही है, चाहे वो अडाणी का मामला हो या फिर कर्नाटक में भाजपा सरकार से जुड़ा विषय हो।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘अगर वसंधुरा राजे सरकार के तहत हुए भ्रष्टाचार को लेकर कार्रवाई नहीं होती है, तो हमें लोग गंभीरता से क्यों लेंगे?’’
सूत्रों ने यह भी कहा कि पायलट का अनशन कांग्रेस में किसी को लक्षित करके नहीं किया जा रहा है, बल्कि यह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई है।
पार्टी के एक नेता ने कहा कि पायलट से कांग्रेस की ओर से किसी ने यह आग्रह करने के लिए संपर्क नहीं किया है कि वह अनशन नहीं करें।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत सरकार के खिलाफ नये सिरे से मोर्चा खोलते हुए रविवार को कहा था कि वह राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में कथित तौर पर हुए ‘भ्रष्टाचार’ पर कार्रवाई की मांग को लेकर 11 अप्रैल को जयपुर में शहीद स्मारक पर एक दिन का अनशन करेंगे।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा था कि पायलट का इस तरीके से संवाददाता सम्मेलन करना ‘‘उचित नहीं’’ है और उन्हें पहले उनके समक्ष इस मुद्दे को उठाना चाहिए था।
रंधावा को पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस का राजस्थान प्रभारी बनाया गया था। रंधावा ने यह भी कहा था कि उन्होंने प्रभार संभालने के बाद से पायलट के साथ 20 से अधिक बैठकें की हैं, लेकिन पूर्व उपमुख्यमंत्री ने उनके सामने भ्रष्टाचार का मुद्दा नहीं उठाया।
भाषा हक
हक दिलीप
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