मुंबई, 30 मई (भाषा) महाराष्ट्र सरकार श्रम की गरिमा बढ़ाने के लिए ‘प्लंबर’ को ‘जल इंजीनियर” नाम देने पर विचार कर रही है।
राज्य के मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। नासिक में पत्रकारों से बात करते हुए, राज्य के कौशल विकास मंत्री लोढ़ा ने कहा कि अंतिम निर्णय लेने से पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘सरकार प्लंबर के दर्जे को बढ़ाकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाने की तैयारी कर रही है। उन्हें जल्द ही जल इंजीनियर का नाम दिया जा सकता है। यह कदम समाज में उनके महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देने के उद्देश्य से उठाया गया है।’’
मंत्री ने कहा कि सरकार का इरादा कुछ व्यवसायों के नाम बदलकर श्रमिकों को अधिक सम्मान देना है और यह प्रतीकात्मक परिवर्तन सार्वजनिक जीवन में उनके कौशल और भूमिका को पहचानने में मदद करेगा।
भाषा जोहेब अविनाश
अविनाश
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