नई दिल्ली: पिछले कुछ महीनों से श्रीलंका आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है. ऐसे में वहां की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि वहां की लाखों की तादाद में जनता सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच कोंग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने श्रीलंका के लोगों के प्रति एकजुटता व्यक्त की.
सोनिया गांधी ने पत्र लिखकर कहा है कि, ‘कांग्रेस इस गंभीर संकट की घड़ी में श्रीलंका और उसके लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करती है और आशा करती है कि वे इससे उबरने में सक्षम होंगे. हमें उम्मीद है कि भारत श्रीलंका के लोगों और सरकार की सहायता करना जारी रखेगा क्योंकि वे मौजूदा स्थिति से निपटने में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं.’
Statement of Congress President Smt. Sonia Gandhi regarding the evolving political situation in Sri Lanka pic.twitter.com/h2rIUZgIJc
— Congress (@INCIndia) July 10, 2022
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा की श्रीलंका की हालिया स्थिति पर भारत करीब से नजर बनाए हुए हैं और उसे मदद मुहैया कराई जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक शरणार्थी समस्या पैदा नहीं हुई है. एस जयशंकर के अनुसार भारत ने श्रीलंका को आश्वासन दिया है कि पहले की तरह इस बार भी भारत मजबूती से श्रीलंका के साथ खड़ा है.
शनिवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अचानक से अपने सरकारी आवास से भाग गए जिसके बाद वहां की जनता ने उनके घर को घेर लिया. शाम होते-होते प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भी प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया ताकि देश में सभी पार्टियों की सरकार बनने का रास्ता खुल सके.
लेकिन बाद में खबर आई की राष्ट्रपति राजपक्षे भी अपने पद से इस्तीफा देने पर सहमत हो गए हैं और 13 जुलाई को इस्तीफा देंगे.
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