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Friday, 20 December, 2024
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भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने सोनिया गांधी पहुंचीं मैसूर, जयराम रमेश बोले- देश तोड़ने वाले घबराए

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि सोनिया गांधी बृहस्पतिवार को यात्रा में शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि दशहरे के कारण 4 और 5 अक्टूबर को यात्रा को विश्राम दिया जाएगा.

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नई दिल्ली/मैसूर: राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में सोनिया गांधी भी शामिल होंगी. वह 6 अक्टूबर को यात्रा से जुड़ने के लिए सोमवार को कर्नाटक के मैसूर पहुंच गई हैं.

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने नयी दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि सोनिया गांधी बृहस्पतिवार को यात्रा में शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि दशहरे के कारण 4 और 5 अक्टूबर को यात्रा को विश्राम दिया जाएगा और फिर छह अक्टूबर की सुबह यात्रा प्रारंभ होगी.

सूत्रों के अनुसार 6 अक्टूबर को गांधी यात्रा से जुड़ने से पहले कोडगु के एक रिसॉर्ट दो दिन तक रुकेंगी.

प्रियंका गांधी यात्रा में इसके अगले दिन हिस्सा लेंगी, कर्नाटक कांग्रेस ने यह जानकारी दी.

प्रियंका के यात्रा में पहले ही जुड़ने की संभावना थी लेकिन कुछ वजहों से वह जुड़ नहीं सकीं, सूत्र ने पहले जानकारी दी थी.

यह पहली बार होगा जब तीनों गांधी भारत जोड़ो यात्रा में मौजूद होंगे, जो कि 7 सितम्बर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई है और केरल में यात्रा 21 दिन में 511 किलोमीटर्स तय हुई है.

सोनिया गांधी हाल में अपने स्वास्थ्य के जांच के लिए विदेश गई थीं.

इस मार्च का मकसद 5 महीने में 12 राज्यों को कवर करना है. यह शुक्रवार (30 सितम्बर) को कर्नाटक पहुंच गई है. यहां यह उत्तर की ओर बढ़ने से पहले 21 दिन गुजारेगी.

यह पदयात्रा 25 किमी की दूरी रोज तय कर रही है. कांग्रेस के अनुसार भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की विभाजनकारी राजनीति का मुकाबला करने और देश के लोगों को आर्थिक असमानताओं, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक केंद्रीकरण के खतरों के प्रति जागृत करने के लिए ‘भारत जोड़ी यात्रा’ आयोजित की जा रही है.

यात्रा में पदयात्रा, रैलियां और जनसभाएं शामिल हैं.

इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था और यात्रा को आगामी चुनावी लड़ाई के लिए पार्टी के बेहतर होने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.

लंबे समय बाद सोनिया गांधी ले रहीं सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा

लंबे समय बाद सोनिया गांधी पार्टी के किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेंगी. स्वास्थ्य कारणों के चलते वह पिछले कुछ चुनावों में प्रचार भी नहीं कर सकी हैं.

राहुल गांधी और कांग्रेस के कई अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने गत सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत की थी. इन दिनों यात्रा कर्नाटक में है. यात्रा का समापन अगले साल की शुरुआत में कश्मीर में होगा. इस यात्रा में कुल 3570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी.

जयराम रमेश ने कहा- देश तोड़ने वाले घबराए

कांग्रेस नेता जयराम राम रमेश ने ट्विटर पर एक अखबार की कटिंग शेयर की है और लिखा है, ‘भारत जोड़ो यात्रा का असर देखिए. जो देश को तोड़ते हैं और समाज में ज़हर फैलाते हैं, वो आज अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए ग़रीबी, बेरोज़गारी और असमानता का मुद्दा उठा रहे हैं.’

दरअसल इस कटिंग में आरएसएस नेता दत्तात्रेय होसबोले ने कहा है कि गरीबी, बेरोजगारी देश में दानव की तरह खड़े…असमानता भी बढ़ रही.

राहुल गांधी ने मैसूर के चामुंडेश्वरी मंदिर में की पूजा

वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक में पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के तीसरे दिन सोमवार को यहां चामुंडी पहाड़ियों के ऊपर स्थित चामुंडेश्वरी मंदिर जा कर पूजा अर्चना की.

राहुल जब मंदिर गए तब उनके साथ उनके समर्थक और पार्टी के नेता भी थे .

देवी चामुंडेश्वरी मैसूर राजघराने की कुल देवी और कई शताब्दियों से मैसूर की अधिष्ठात्री देवी हैं.

मंदिर जाने के बाद राहुल गांधी ने हिंदी में ट्वीट किया ‘धार्मिक सद्भाव भारत के शांतिपूर्ण और प्रगतिशील भविष्य की नींव है.’

राहुल गांधी ने अपनी यात्रा के 26 वें दिन की शुरुआत भोर में की, और पुराने शहर की सड़क पर गए, जहां 10 दिवसीय दशहरा समारोह के लिए तैयारियां चरम पर हैं.

लोग राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए सड़क के दोनों ओर खड़े थे और नारे लगा रहे थे. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल अब तक कर्नाटक में 62 किमी और तमिलनाडु और केरल में 532 किमी यात्रा कर चुके हैं.

मैसुरू में, शहर की उत्सव की भावना के बीच, पारंपरिक पोशाक में सजे कलाकारों द्वारा ढोल की थाप और प्रदर्शन के बीच जुलूस के रूप में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ आगे बढ़ी.

राहुल गांधी ने रविवार रात यहां मूसलाधार बारिश के बीच एक जनसभा को संबोधित किया था और भीगने के बाद भी अपना भाषण जारी रखा था.

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी यात्रा के माध्यम से भारत को एकजुट करने के अपने संकल्प की घोषणा की. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को मैसूर में वयनाड के सांसद राहुल गांधी के बारिश में भीगने की घटना को ‘यात्रा का निर्णायक क्षण’ बताया.

मैसूर होते हुए 22 किमी चलने के बाद, राहुल गांधी ने मांड्या जिले में प्रवेश किया जहां ऐतिहासिक श्रीरंगपट्टन शहर स्थित है.

कभी श्रीरंगपट्टन में टीपू सुल्तान का शासन था. उनका मकबरा भी यहीं है.

(भाषा के इनपुट्स के साथ)


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