वाशिम (महाराष्ट्र), 18 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के वाशिम जिले में कुछ मुस्लिम छात्राओं ने दावा किया है कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (स्नातक) में शामिल होने के लिए एक परीक्षा केंद्र पर पहुंचने पर उनसे उनका बुर्का और हिजाब हटाने के लिए कहा गया था। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक कुछ पीड़ित छात्राओं के माता-पिता ने पुलिस से शिकायत की है और मामले की जांच की जा रही है। इस घटना को लेकर दो मुस्लिम छात्राओं ने पुलिस से शिकायत की है।
पुलिस अधिकारी ने इस घटना से संबंधित शिकायतों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘ नीट (स्नातक) परीक्षा रविवार को वाशिम में छह केंद्रों पर आयोजित की गई थी। दो लड़कियों को अपना बुर्का और हिजाब हटाने के लिए कहे जाने की यह घटना मातोश्री शांताबाई गोटे कॉलेज में हुई थी। पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक जांच में शामिल कर्मचारियों ने छात्राओं को बुर्का-हिजाब स्वेच्छा से नहीं हटाने पर उसे काटने की बात कही और आपत्तिजनक टिप्पणी की।’’
एक पीड़ित छात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि संबंधित कॉलेज के अधिकारियों ने पहले उन्हें परीक्षा के लिए परिसर में आने की अनुमति दी और फिर बाद में उन्हें अपना हिजाब और बुर्का बाहर निकालने के लिए कहा।
शिकायतकर्ता एक छात्रा ने कहा, ‘‘हमने उन्हें अपनी जांच करने और फिर हमें अंदर जाने की अनुमति देने के लिए कहा, लेकिन संबंधित कर्मचारियों ने हमसे अपमानजनक तरीके से बात की और उनका व्यवहार अच्छा नहीं था।’’
भाषा रवि कांत नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.