चंडीगढ़, दो अगस्त (भाषा) हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बुधवार को कहा कि नूंह में हिंसा को भड़काने में सोशल मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और राज्य सरकार ने 21 जुलाई के बाद की सोशल मीडिया गतिविधियों की निगरानी के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है।
आधिकारिक बयान में विज के हवाले से कहा गया, ‘‘सोशल मीडिया ने नूंह में हिंसा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे चिंतित राज्य सरकार ने 21 जुलाई से और उसके बाद की सोशल मीडिया गतिविधियों की निगरानी के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। सोशल मीडिया मंच जैसे कि फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सऐप एवं अन्य पर किसी भी तरह के उत्तेजक पोस्ट की बारीकी से जांच/स्कैनिंग की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि समिति नफरत या गलत सूचना फैलाते पाए जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेगी।
मंत्री ने लोगों से अपील की कि वे सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करें और भड़काऊ सामग्री साझा करने से बचें।
उन्होंने राज्य के लोगों से अपील की कि वे ऐसे किसी भी पोस्ट को अंधाधुंध फॉरवर्ड या शेयर न करें ‘‘क्योंकि हम सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रख रहे हैं’’।
बजरंग दल के सदस्य मोनू मानेसर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ था कि वह नूंह में बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा में शामिल होगा। मानेसर पर फरवरी में दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या के मामले में राजस्थान पुलिस ने मामला दर्ज किया था और उस पर कुछ लोगों ने नूंह हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है।
विज ने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि लोगों के घरों में आग लगा दी जाए, गाड़ियां जला दी जाएं, गोलियां चलाई जाएं।
उन्होंने कहा कि मौजूदा मामले में अगर मानेसर की कोई भूमिका होगी तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
भाषा सुरभि नेत्रपाल
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