नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को विश्वास दिलाते हुए कहा है कि कोई भी आरोपी बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज को शर्मिंदा करने वाली है. पीएन ने कहा कि मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता है.
केंद्र सरकार ने गुरुवार को ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया से दो मणिपुरी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो हटाने को कहा क्योंकि मामले की जांच चल रही है.
वायरल वीडियो में दिख रहे आरोपियों में से 1 को गिरफ्तार कर लिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने भारत में सक्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से कहा है कि उनके लिए भारतीय कानूनों का पालन करना अनिवार्य है. घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से जनता में आक्रोश फैल गया है, जिसके बाद यह आदेश दिया गया है.
समाचार एजेंसी भाषा के ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि, ”सरकार ने ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को एक आदेश जारी किया है, जिसमें उन्हें दो मणिपुरी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के वायरल वीडियो को साझा नहीं करने का निर्देश दिया गया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए भारतीय कानूनों का पालन करना अनिवार्य है.” क्योंकि मामले की अभी जांच चल रही है.”
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार घटना 4 मई को मणिपुर के थौबल जिले में हुई और मामले में अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने का वीडियो बुधवार को सामने आने के बाद राज्य के पहाड़ी क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है. चार मई के इस वीडियो में दिख रहा है कि अन्य पक्ष के कुछ व्यक्ति एक समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड करा रहे हैं.
‘इंडिजीनियस ट्राइबल लीडर्स फॉरम’ (आईटीएलएफ) के बृहस्पतिवार को प्रस्तावित मार्च से एक दिन पहले यह वीडियो सामने आया है.
इस मुद्दे पर दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल बोलीं मणिपुर से बहुत ही ज्यादा खतरनाक वीडियो सामने आया है जिसको देखकर मैं पूरी रात सो नहीं पाई हूं. ये घटना ढाई महीने पहले की है और FIR दर्ज हुआ लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. मुझे शर्म आ रही है कि केंद्र सरकार पिछले तीन महीने से चुप बैठी है और पीएम ने इस पर एक भी बयान नहीं दिया है. मैं आज मणिपुर के सीएम और पीएम मोदी को एक पत्र लिख रही हूं कि मणिपुर में हिंसा खत्म करने और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
पुलिस अधिकारी के बयान में कहा गया है, “जांच शुरू हो गई है और राज्य पुलिस दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का पूरा प्रयास कर रही है.”
केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया कि उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री बीरेन सिंह से बात की है उन्होंने कहा सीएम एन बीरेन सिंह ने मुझे सूचित किया है कि जांच अभी चल रही है और आश्वासन दिया है कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जाएगा.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में दावा किया कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री की चुप्पी ने राज्य को मुसीबत में धकेल दिया है.
PM’s silence and inaction has led Manipur into anarchy.
INDIA will not stay silent while the idea of India is being attacked in Manipur.
We stand with the people of Manipur. Peace is the only way forward.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 19, 2023
कुकी-ज़ो आदिवासी बृहस्पतिवार को चुरचांदपुर में प्रस्तावित विरोध मार्च के दौरान इस मुद्दे को भी उठाने की योजना बना रहे हैं.
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं. तब से अब तक 160 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.
वहीं संसद का मानसून सत्र के लिए कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है.
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