जयपुर, 20 अगस्त (भाषा) राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष किशोर मकवाना ने बुधवार को कहा कि अपराधों में कमी लाने और समाज में समरसता लाने के लिए सामाजिक सहयोग ज्यादा जरूरी है।
मकवाना ने यहां शासन सचिवालय में राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक के दूसरे दिन यह बात कही।
उन्होंने कहा कि सकारात्मक काम करने वाली संस्थाओं, साधु-संतों और सामाजिक रूप से प्रभावशाली लोगों के सहयोग से बढ़ते अपराधों में कमी लाई जा सकती है।
बैठक में आयोग के सदस्य वड्डेपल्ली रामचंदर एवं लवकुश कुमार भी मौजूद थे।
आयोग ने अनुसूचित जाति वर्ग के अत्याचार निवारण नियम के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की और सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए।
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने बैठक में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश में पिछले डेढ़ वर्ष में अनुसूचित जाति वर्ग के अपराधों में काफी कमी आई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा अपराध मुक्त राजस्थान बनाना है हालांकि अभी और सुधार की जरूरत है।
बेढम ने कहा कि आयोग से प्राप्त सुझावों पर अमल कर आमजन के विश्वास को और अधिक मजबूत किया जाएगा।
आधिकारिक बयान के अनुसार, पुलिस महानिदेशक सनमीत कौर ने अनुसूचित जाति वर्ग से जुड़े दर्ज अपराध, चालान, आरोपपत्र, प्रकरण निस्तारण, वर्ग को दी जाने वाली सहायता राशि आदि के बारे में पुलिस अधिकारियों से जानकारी ली तथा सुधारात्मक सुझाव भी दिए।
राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव शर्मा ने आयोग को बताया कि अनुसूचित जाति वर्ग के प्रकरणों में लगातार कमी आ रही है।
उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में पुलिस दर्ज होने वाले मामलों का बारीकी से विश्लेषण करेगी, गंभीर मामलों को ‘केस ऑफिसर स्कीम’ में शामिल करेगी और कुरीतियों व मानसिकता में परिवर्तन लाने के लिए जागरूकता लाने के प्रयास करेगी। आयोग के सदस्यों ने बाद में जामडोली परिसर में अनुसूचित जाति वर्ग की बालिकाओं के लिए संचालित छात्रावास का निरीक्षण किया।
भाषा पृथ्वी जितेंद्र
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