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Friday, 22 November, 2024
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स्मृति ईरानी ने अमेठी में सुरेंद्र सिंह के शव को दिया कंधा, बोलीं- परिवार की जिम्मेदारी अब उनकी

लखनऊ पहुंचने के बाद केंद्रीय कपड़ा मंत्री सड़क मार्ग से अमेठी पहुंचीं और सुरेंद्र सिंह के शव-यात्रा में शामिल हुईं.

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अमेठीः  केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने करीबी पूर्व प्रधान सुरेन्द्र सिंह के शव को रविवार को कंधा दिया. सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. उनके शव को अंतिम दर्शन के लिए बरौलिया गांव लाया गया था.

दिल्ली से लखनऊ पहुंचने के बाद स्मृति सड़क मार्ग से अमेठी पहुंचीं और सुरेंद्र सिंह की शव-यात्रा में शामिल हुईं और उन्हें कंधा भी दिया.

अमेठी पहुंची स्मृति ईरानी ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने सुरेंद्र सिंह जी के परिवार के समक्ष शपथ ली है कि जिसने गोली चलाई है और जिसने आदेश दिया उसे मौत की सजा दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़े तो वह जाएंगी.

ईरानी इससे पहले सुरेंद्र सिंह के घर जाकर उनकी पत्नी, बेटियों और बेटे से मुलाकात की. उन्होंने कहा, ‘अब इस परिवार को संभालने की जिम्मेदारी मेरी है. सुरेंद्र के पुत्र अभय सिंह ने कहा कि हमें न्याय मिलना चाहिए. यह मेरी लड़ाई है मैं सर्वोच्च न्यायालय तक जाऊंगा.

पूर्व प्रधान के पुत्र ने कहा, ‘मेरे पिता भाजपा नेता स्मृति ईरानी के करीबी थे और लोकसभा चुनाव में प्रचार की जिम्मेदारी निभा रहे थे. जीत के लिए विजय यात्रा निकाली जा रही थी. यह बात कांग्रेस नेताओं को अच्छी नहीं लगी. शायद इसीलिए उनकी हत्या कर दी गई.’


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गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. वारदात के बाद पुलिस ने कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.
ग्रामीणों के अनुसार, शनिवार देर रात दो बाइक सवार बदमाश आए और उन्हें घर से बाहर बुलाया. सुरेंद्र जैसे ही बाहर आए बदमाशों ने उनके सिर में गोली मारकर दी और फरार हो गए. घायल अवस्था में ग्रामीण उन्हें पीएचसी ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया. लखनऊ ले जाते वक्त रास्ते में ही सुरेंद्र ने दम तोड़ दिया.

हत्या का कारण चुनावी रंजिश बताई जा रही है. इलाके में सुरेंद्र का काफी प्रभाव था, जिसका लाभ स्मृति ईरानी को मिला. करीबी बताते हैं कि लोकसभा चुनाव में स्मृति की जीत के बाद उनका कद काफी बढ़ गया था, जो कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा था. वह स्मृति ईरानी के काफी करीबी थे. पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह के चचेरे भाई राजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सुरेंद्र की हत्या राजनीतिक रंजिश में की गई. इलाके में उनका काफी प्रभाव था.

सुरेंद्र सिंह 2017 तक भाजपा के जिला उपाध्यक्ष पद पर थे. लेकिन उप्र विधानसभा चुनाव 2017 में नंदमहर में अखिलेश यादव की सभा के बाद सपा में शामिल हो गए थे. लेकिन चुनाव बाद वापस भाजपा में लौट आए थे. गौरीगंज तहसील क्षेत्र के बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या के बाद गांव में शांति व्यवस्था के मद्देनजर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है. मामले में पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है.

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