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Thursday, 10 July, 2025
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कंपनी से 1.93 करोड़ रुपये की ठगी के आरोप में छह लोग गिरफ्तार

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मुंबई, 10 जुलाई (भाषा) कंपनी के निदेशक के रूप में अपनी गलत पहचान बताकर व्हाट्सएप चैट के जरिए एक कर्मचारी को धोखा देने और उस कंपनी से 1.93 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में पुलिस ने एक गिरोह के छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि धन हस्तांतरित होने के बाद चीन में इस गिरोह के एक सदस्य ने रुपये को निकाल लिया, जिसे उसने क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया।

अधिकारी ने बताया, ‘‘हमारी जांच में पाया गया है कि मौजूदा मामले में इस्तेमाल किए गए बैंक खातों का पहले भी साइबर धोखाधड़ी के 11 मामलों में उपयोग किया जा चुका है…।’’

उन्होंने बताया, ‘‘12 से 15 अप्रैल के बीच एक प्रमुख कंपनी के सचिव को व्हाट्सएप पर एक अज्ञात नंबर से मैसेज मिला और मैसेज भेजने वाले ने दावा किया कि वह कंपनी का निदेशक है। व्हाट्सएप पर ‘डिस्प्ले पिक्चर’ (डीपी) भी कंपनी निदेशक की थी इसलिए मैसेज भेजने वाले के निर्देश पर सचिव ने कंपनी के 1.93 करोड़ रुपये उसके द्वारा दिए गए खाते में ट्रांसफर कर दिए।’’

बाद में कंपनी सचिव को बताया गया कि निदेशक ने कोई धनराशि हस्तांतरित करने के लिए नहीं कहा था, जिसके बाद उन्होंने पश्चिमी क्षेत्र साइबर पुलिस थाने से संपर्क किया।

अधिकारी ने बताया, ‘‘रुपये जमा करने के लिए इस्तेमाल किए गए बैंक खातों और हस्तांतरित राशि कहां गई इस सब की जांच की गई, जिसमें पता चला कि लाभार्थी खाताधारक गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मुंबई में थे। आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके खाते खोले थे।’’

अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को चेक बुक, कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग के लिए पासवर्ड आदि दिए गए थे।

जांच में पुणे निवासी शुभम कुंजीर (28), नासिक निवासी अक्षय शेल्के (28), अंधेरी निवासी उज्जवल राम अवधेश कुमार सिंह (29), नासिक के शुभमकुमार सिंह परदेसी उर्फ ​​राजपूत (28), गोवा के आदित्य शिंदे (31) और लखनऊ के आर्यन मिश्रा उर्फ ​​सिंचन नेहरा (33) को गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘कुंजीर के बैंक खाते का इस्तेमाल कंपनी के खाते से रुपये ट्रांसफर करने के लिए किया गया था। आर्यन मिश्रा इस गिरोह के चीनी सदस्यों के संपर्क में था। वह उन्हें बैंक विवरण और विशेष बैंक खातों के विवरण देता था, जिससे चीनी सदस्यों को पैसे निकालने या ट्रांसफर करने या इसे क्रिप्टोकरेंसी में बदलने में मदद मिलती थी।’’

अधिकारी ने बताया कि 28 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, विभिन्न कंपनियों के 16 सिम कार्ड, 13 चेक बुक, आठ डेबिट कार्ड के साथ एक पिस्तौल और चार कारतूस बरामद किए गए हैं।

भाषा यासिर माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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