गुवाहाटी (असम), 25 अप्रैल (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले के बाद कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थक रुख अपनाने के लिए एक विपक्षी विधायक समेत कम से कम छह लोगों को राज्य में गिरफ्तार किया गया है।
छह में से चार को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया जबकि विधायक समेत दो को एक दिन पहले गिरफ्तार किया गया था।
शर्मा ने कहा कि असम पुलिस पाकिस्तान के पक्ष में टिप्पणी करने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चला रही है और आने वाले समय में और गिरफ्तारियां होने की आशंका है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘असम ऐसे किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं करेगा जो पहलगाम में हुए जघन्य हमले के संबंध में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान का समर्थन और बचाव करता है।’’
नाम साझा करते हुए शर्मा ने कहा कि पुलिस ने छह व्यक्तियों को सोशल मीडिया पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान के हितों को बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए लोगों में से दो कछार जिले के सिलचर से तथा एक-एक हैलाकांडी, मोरीगांव, नगांव और शिवसागर से हैं।
बृहस्पतिवार को दो लोगों ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) विधायक अमीनुल इस्लाम और सिलचर में असम विश्वविद्यालय के एक छात्र को गिरफ्तार किया गया था।
पहलगाम आतंकवादी हमले के संबंध में सोशल मीडिया पर भड़काऊ और सांप्रदायिक रूप से उकसाने वाली सामग्री साझा करने के आरोप में सिलचर पुलिस ने असम विश्वविद्यालय के एक छात्र को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, ‘‘वह फिलहाल पुलिस हिरासत में है और उसे उचित समय पर अदालत में पेश किया जाएगा। हम मामले की जांच कर रहे हैं।’’
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की असम विश्वविद्यालय इकाई द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद छात्र को गिरफ्तार किया गया।
एबीवीपी सूत्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय में ‘कंप्यूटर साइंस’ की पढ़ाई कर रहे छात्र ने बुधवार को फेसबुक पर एक पोस्ट साझा की थी, जिसमें पहलगाम आतंकवादी हमले का विरोध करने पर एबीवीपी सदस्यों सहित कुछ व्यक्तियों के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया था।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
आरोपी द्वारा साझा की गई पोस्ट अब सोशल मीडिया मंच पर उपलब्ध नहीं है।
छात्र ने बाद में एक और ‘पोस्ट’ साझा कर माफी मांगते हुए कहा कि उसका किसी को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया समेत किसी भी माध्यम से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान का समर्थन करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भाषा देवेंद्र पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.