कोलकाता, 28 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन परीक्षण (एसआईआर) की जारी प्रक्रिया के बीच तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने जमीनी स्तर पर निगरानी के उद्देश्य से नौ वरिष्ठ नेताओं को विभिन्न जिलों में भेजा है। यह कदम पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा कई इलाकों में संगठनात्मक सुस्ती की चिंताओं के बीच पाक्षिक मतदाता सूची संशोधन रिपोर्ट मांगे जाने के बाद उठाया गया है।
तृणमूल के सूत्रों ने कहा कि पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी एसआईआर कवायद की धीमी प्रगति से नाराज़ थीं। इसी नाराज़गी के कारण यह नया फेरबदल किया गया है, जिसे कई लोग पिछले कुछ महीनों में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी द्वारा किए गए सबसे कड़े संगठनात्मक हस्तक्षेपों में से एक बता रहे हैं।
अभिषेक ने सोमवार को बंद कमरे में हुई बैठक में ये निर्देश दिए थे, जो बुधवार सुबह से लागू हुए। इनमें नेताओं से कहा गया कि वे नौ दिनों के लिए पार्टी कार्यालय से नहीं, बल्कि ‘वॉर रूम’ से काम करें। यह तृणमूल की 2021 के चुनाव से पहले की लामबंदी की याद दिलाता है, जब बूथ स्तर पर सूक्ष्म निगरानी पार्टी की जीत का फॉर्मूला बनी थी।
अभिषेक पहले ही पार्टी सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री को एक समीक्षा रिपोर्ट भेज चुके हैं तथा छह दिसंबर को एक और रिपोर्ट प्रस्तुत करने वाले हैं। उन्होंने सोमवार की बैठक का इस्तेमाल सार्वजनिक रूप से उन नेताओं के नाम लेने के लिए किया, जिनकी एसआईआर कवायद के दौरान जमीनी स्तर पर उपस्थिति उन्हें अपर्याप्त लगी।
श्रम मंत्री मलय घटक और विधायक मनोज तिवारी उन लोगों में शामिल थे।
बैठक में मौजूद नेताओं के मुताबिक, अभिषेक का मानना था कि अगर अभी जमीनी स्तर पर काम ठीक से नहीं हुआ, तो 2026 के चुनाव आने तक ऐसी राजनीतिक परेशानियां खड़ी हो सकती हैं, जिन्हें आसानी से टाला नहीं जा सकता।
फटकार के बाद, पार्टी ने बिजली मंत्री अरूप बिस्वास को हुगली और पूर्व और पश्चिम बर्धमान जिलों की निगरानी के लिए भेजा, जबकि परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती कृष्णानगर और राणाघाट, जल संसाधन मंत्री मानस भुनिया को बांकुरा और पुरुलिया तथा मलय घटक को पश्चिम मेदिनीपुर भेजा गया है।
राज्यसभा सदस्य समीर-उल-इस्लाम को उत्तर दिनाजपुर और मालदा भेजा गया, जबकि पूर्व आईपीएस अधिकारी एवं पार्टी नेता प्रसून बनर्जी को दक्षिण दिनाजपुर, बिष्णुपुर के विधायक दिलीप मंडल को कूचबिहार, मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य को झारग्राम, राज्यसभा सदस्य रीताब्रत बनर्जी को मुर्शिदाबाद, और उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा को जलपाईगुड़ी एवं अलीपुरद्वार भेजा गया है।
बुधवार दोपहर तक, इनमें से अधिकांश नेता अपने जिलों में पहुंच गए थे और उन्होंने तुरंत बूथ समितियों, ब्लॉक संयोजकों और एसआईआर निगरानीकर्ताओं के साथ बैठकें बुलाईं।
एक वरिष्ठ नेता ने इसे लेकर कहा, ‘यह अब कागजी कार्रवाई नहीं है। यह 2026 के विधानसभा चुनाव का पहला दौर है।’
भाषा नोमान सुरेश
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