तिरुवनंतपुरम, 19 नवंबर (भाषा) केरल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रतन यू केलकर ने बुधवार को सभी बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) को निर्देश दिया कि वे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया में सटीकता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों द्वारा नामित बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए) के साथ तत्काल बैठक आयोजित करें।
यहां जारी एक बयान में सीईओ ने एसआईआर में अनुकरणीय कार्य के लिए राज्य भर के बीएलओ की सराहना भी की।
सीईओ की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब केरल में कथित तौर पर काम के तनाव के कारण एक बीएलओ द्वारा आत्महत्या का मुद्दा गर्माया हुआ है।
कन्नूर के पय्यान्नूर में बीएलओ के रूप में कार्यरत अनीश जॉर्ज (44) रविवार को अपने घर में फंदे पर लटके पाए गए।
परिवार के सदस्यों और स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया था कि एसआईआर प्रक्रिया से जुड़े काम के दबाव के कारण उन्होंने यह कदम उठाया।
केलकर ने कहा कि राज्य की मतदाता सूची की सटीकता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने में बीएलओ के समर्पित जमीनी प्रयास महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सीईओ के अनुसार, अब तक कुल 51,085 फॉर्मों को अप्राप्य श्रेणी में रखा गया है, जो कि पुनः सत्यापन से गुजरने वाले कुल मतदाताओं का लगभग 0.18 प्रतिशत है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह आंकड़ा बढ़ सकता है, क्योंकि कई बीएलओ ने अभी तक अपने डेटा का डिजिटलीकरण पूरा नहीं किया है।
भाषा सुमित पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
