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Wednesday, 8 October, 2025
होमदेशज़ुबिन गर्ग केस में SIT के सामने बयान दर्ज कराने पहुंचे गायक मानस रॉबिन

ज़ुबिन गर्ग केस में SIT के सामने बयान दर्ज कराने पहुंचे गायक मानस रॉबिन

बयान दर्ज कराने के बाद रॉबिन ने उम्मीद जताई कि उनके द्वारा जमा किए गए दस्तावेज़ इस रहस्यमयी मौत के पीछे के मकसद और मंशा को उजागर करने में मदद करेंगे. उन्होंने कहा कि यह मामला किसी की व्यक्तिगत राय का नहीं, बल्कि साक्ष्य और दस्तावेज़ों का है.

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गुवाहाटी: असमिया गायक मानस रॉबिन बुधवार को अपने मित्र ज़ुबिन गर्ग की मौत के मामले में बयान दर्ज कराने विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश हुए.

बयान दर्ज कराने के बाद रॉबिन ने उम्मीद जताई कि उनके द्वारा जमा किए गए दस्तावेज़ इस रहस्यमयी मौत के पीछे के मकसद और मंशा को उजागर करने में मदद करेंगे. उन्होंने कहा कि यह मामला किसी की व्यक्तिगत राय का नहीं, बल्कि साक्ष्य और दस्तावेज़ों का है.

मानस रॉबिन ने कहा, “आज मैं एसआईटी के सामने पेश हुआ और उन्हें कुछ दस्तावेज़ सौंपे, जिनका वादा मैंने पहले ही किया था। मुझे उम्मीद है कि एसआईटी को ज़ुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत के पीछे के इरादों और कारणों की स्पष्ट तस्वीर मिलेगी. यह मेरे निजी विश्वास का नहीं, बल्कि दस्तावेज़ और सबूतों का मामला है. एसआईटी सही दिशा में काम कर रही है और हमें उम्मीद है कि हमें अंतिम जवाब मिलेगा.”

इस बीच, गुवाहाटी की स्थानीय अदालत ने एपीएस अधिकारी संदीपन गर्ग को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है, उन्हें ज़ुबिन गर्ग की मौत के मामले में असम पुलिस की एसआईटी ने गिरफ्तार किया था. एसआईटी प्रमुख और अपराध जांच विभाग के विशेष डीजीपी प्रसाद गुप्ता ने बताया, “कोर्ट ने संदीपन गर्ग को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है.”

अब तक एसआईटी इस मामले में कुल छह गिरफ्तारियां कर चुकी है. इनमें मुख्य कार्यक्रम आयोजक श्यामकु महांता, ज़ुबिन गर्ग के मैनेजर सिद्धांत शर्मा, बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी, सह-गायिका अमृतप्रवा महांता और अन्य शामिल हैं.

इसके अलावा, 7 अक्टूबर को सिंगापुर में रहने वाले असमिया निवासी रूपकमल कलिता, जो ज़ुबिन गर्ग की मौत वाले दिन यॉट पार्टी में मौजूद थे, एसआईटी के सामने पेश हुए.

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जांच को लेकर जानकारी दी कि ज़ुबिन गर्ग का विसरा परीक्षण रिपोर्ट 10 अक्टूबर को आने की उम्मीद है और 11 अक्टूबर को इससे जुड़ी और जानकारियां सामने आएंगी.

उन्होंने कहा, “ज़ुबिन गर्ग की विसरा रिपोर्ट 10 अक्टूबर को आएगी और 11 तारीख तक हमें विवरण मिल जाएगा. पुलिस का काम गवाहों के बयानों को केस डायरी में दर्ज करना है. कुछ लोग सकारात्मक बातें कहेंगे, कुछ नकारात्मक, और पुलिस सभी को रिकॉर्ड करेगी, लेकिन ये पुलिस के बयान नहीं होते, बल्कि गवाहों के बयान होते हैं. आज ज़हर देने को लेकर जो खबरें छपी हैं, वो पुलिस की ओर से नहीं, बल्कि एक आरोपी के बयान पर आधारित हैं. उसने ये बयान खुद को बचाने के लिए दिया या किसी और पर आरोप लगाने के लिए—ये जांच में सामने आएगा.”

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