नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्रियों सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेताओं ने मंगलवार को कहा कि एक साथ चुनाव कराने संबंधी विधेयक देश में ‘राजनीतिक स्थिरता’ सुनिश्चित करने के लिए लाए गए हैं, न कि राज्य विधानसभाओं या सरकारों के किसी अधिकार को छीनने के लिए।
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने देश में एक साथ चुनाव कराने की व्यवस्था करने वाले दो विधेयक को लोकसभा में पेश किया। विपक्ष ने इन मसौदा कानूनों को संविधान के मूल ढांचे और देश के संघीय ढांचे पर हमला बताया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दोनों विधेयकों को पेश किए जाने को ‘ऐतिहासिक दिन’ बताया और कहा कि देश में एक साथ चुनाव कराने का मुद्दा दो दशकों से लंबित था, जबकि चुनाव आयोग, विधि आयोग और राजनीतिक विचारकों ने कई बार इसकी सिफारिश की थी।
संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत में प्रसाद ने कहा, ‘‘यह बात बार-बार उठती रही है कि देश में राजनीतिक स्थिरता के लिए हर पांच साल में एक बार चुनाव होना चाहिए।’’
भाजपा नेता ने विपक्ष के इस आरोप को ‘निराधार और अतार्किक’ बताकर खारिज कर दिया कि एक साथ चुनाव कराने संबंधी विधेयक देश के संघीय ढांचे पर हमला है।
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यासिर सुरेश
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