गंगटोक, 16 अप्रैल (भाषा) सिक्किम सरकार और संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने पारंपरिक लेप्चा बेंत पुल या ‘रु-सोम’ की कला को संरक्षित करने के लिए समझौता किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर राज्य के कंचनजंगा अभयारण्य के अंतर्गत द्ज़ोंगू जनजातीय रिजर्व में लेप्चा समुदाय अब भी इस पारंपरिक पुल का निर्माण करता है।
यहां ताशीलिंग सचिवालय में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान, यूनेस्को के क्षेत्रीय निदेशक टिम कर्टिस ने सहयोग की सराहना की तथा लेप्चा बेत पुल कला के लिए वैश्विक मानकों के अनुरूप तकनीकी दस्तावेजीकरण और विरासत मान्यता दिलाने में सहयोग की पेशकश की।
अधिकारियों ने बताया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री पिंट्सो नामग्याल लेप्चा ने बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर विशेषज्ञ, कारीगर और सामुदायिक नेता जंगली बेंत और बांस जैसी पूरी तरह से प्राकृतिक सामग्री से तैयार ‘रु-सोम’ का प्रदर्शन करने के लिए एकत्रित हुए।
भाषा धीरज प्रशांत
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