गंगटोक, 27 मई (भाषा) सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने अरुणाचल प्रदेश स्थित राष्ट्रीय पर्वतारोहण एवं साहसिक खेल संस्थान (एनआईएमएएस) की टीम द्वारा नेपाल की ओर से पर्वत कंचनजंगा पर चढ़ाई किये जाने को लेकर गहरी चिंता जताई है।
तमांग ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को हाल ही में पत्र लिखकर कहा है कि पर्वत की चोटी पर चढ़ाई की घटना न केवल गंभीर चिंता का विषय है, बल्कि मौजूदा कानूनी प्रावधानों और सिक्किम के लोगों की गहरी धार्मिक मान्यताओं का भी उल्लंघन है।
सिक्किम के मुख्यमंत्री ने 24 मई को लिखे अपने पत्र में कहा कि स्थानीय रूप से ‘जो-नगा’ के नाम से जाना जाने वाला यह पर्वत सिक्किम के लोगों के लिए अत्यधिक धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, जो पवित्र ‘‘उच्च हिम के पांच खजाने’’ का प्रतीक है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पवित्र पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 के तहत चोटी पर चढ़ना सख्त वर्जित है और 1998 और 2001 में जारी आधिकारिक अधिसूचनाओं द्वारा इसकी पुष्टि की गई है।
उन्होंने कहा कि इसकी धार्मिक पवित्रता को मान्यता देते हुए सिक्किम सरकार ने कंचनजंगा पर्वत पर चढ़ने के किसी भी प्रयास पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उपर्युक्त बातों के मद्देनजर हम गंभीरता से आग्रह करते हैं कि इस मामले को अत्यंत संवेदनशीलता और सम्मान के साथ लिया जाए।’’
तमांग ने शाह से अनुरोध किया कि वे आगे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नेपाल के साथ इस मामले को उठाएं।
उन्होंने सिक्किम की विरासत की रक्षा में उनके निरंतर समर्थन के लिए गृह मंत्री को धन्यवाद दिया।
भाषा सुरेश पवनेश
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