नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी को छोड़कर जा रहे मंत्री और विधायकों का यह सिलसिला लगातार जारी है. बीजेपी छोड़कर जा रहे विधायकों का कहना है कि पार्टी ने पिछड़े लोगों को नजरअंदाज किया है. कैबिनेट मंत्री का पद और भाजपा छोड़ने के बाद से स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुछ दिनों पहले अखिलेश यादव के साथ बैठक भी की थी, अब योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इन मंत्री और विधायकों पर बड़ा बयान दिया है.
उनका कहना है कि इस देश के सबसे बड़े ओबीसी नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी है. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ‘इन विधायकों के बीजेपी छोड़ने के कई कारण हैं, कुछ अपने निजी फायदे के लिए जा रहे हैं, दूसरों को डर है कि उन्हें अपनी पसंद के निर्वाचन क्षेत्र से टिकट नहीं मिलेगा… लोगो ने 5 साल तक बीजेपी के साथ रहकर मलाई काने का काम किया.’
OBCs & Dalits are being misguided in the state. Let them (MLAs who left BJP) list 10 welfare schemes by SP for OBCs & Dalits. SP only works for Muslims & Yadavs. I want to tell them that other OBC communities will never join the M&Y: UP Minister Sidharth Nath Singh pic.twitter.com/5ZkBYSXbvr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 14, 2022
उन्होंने कहा, राज्य में ओबीसी और दलितों को गुमराह किया जा रहा है. वे (भाजपा छोड़ने वाले विधायक) सपा द्वारा ओबीसी और दलितों के लिए 10 कल्याणकारी योजनाओं की सूची दें. सपा केवल मुसलमानों और यादवों के लिए काम करती है. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अन्य ओबीसी समुदाय कभी भी मुस्लिम और यादवों में शामिल नहीं होंगे.’
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मंत्री बृजेश पाठक ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के पास ‘अपना कुछ नहीं है और वह दूसरों की मदद से दुकान चलाने’ की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वह इसमें सफल नहीं होंगे.
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