बेंगलुरु, दो जुलाई (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने रेल के किराये में वृद्धि के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए इस फैसले को तुरंत वापस लिए जाने की मांग की है।
रेल मंत्रालय ने सोमवार को एक आधिकारिक परिपत्र जारी कर एक जुलाई से मेल और एक्सप्रेस ट्रेन में गैर-वातानुकूलित श्रेणी के किराए में एक पैसा प्रति किलोमीटर और सभी वातानुकूलित श्रेणी में दो पैसा प्रति किलोमीटर की वृद्धि की घोषणा की।
सिद्दरमैया ने मंगलवार को ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘रेल किराए में बढ़ोतरी। इसका खमियाजा कौन भुगतेगा? दिहाड़ी मजदूर, छात्र, छोटे व्यापारी और आम आदमी बढ़ती कीमतों से जूझ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब हमने अपने किसानों की मदद के लिए दूध के दाम बढ़ाए तो कर्नाटक भाजपा ने सड़कों पर शोर मचाया और इसे जनविरोधी बताया लेकिन अब जब भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने रेल किराया बढ़ाया तो इस पर चुप्पी छा गई। क्यों? क्योंकि इस बढ़ोतरी से किसानों या गरीबों को कोई मदद नहीं मिलती, बल्कि इससे भाजपा सरकार को अपना खजाना भरने में मदद मिलती है।’’
उन्होंने कहा कि जब कर्नाटक में आठ साल बाद मेट्रो का किराया बढ़ाया गया तो भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार को दोषी ठहराना शुरू कर दिया जबकि उन्होंने इस बात पर गौर नहीं किया कि किराया वृद्धि का निर्णय केंद्र सरकार द्वारा गठित किराया निर्धारण समिति द्वारा लिया गया था।
सिद्दरमैया ने पूछा, ‘‘अब, रेल किराये में वृद्धि से वे किस पर बोझ डालेंगे?’’
सिद्दरमैया ने कहा कि कांग्रेस कर्नाटक और देश के उन लोगों के साथ खड़ी है जिन्हें जरूरी यात्रा के लिए अधिक पैसे चुकाने पड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस किराया वृद्धि को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
भाषा गोला सिम्मी
सिम्मी
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