नयी दिल्ली, तीन जून (भाषा) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे जो गगनयान परियोजना सहित भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए अत्यधिक महत्व रखते हैं।
पीटीआई की वीडियो सेवा के साथ एक साक्षात्कार में सिंह ने कहा कि शुक्ला अगले सप्ताह एक्सिओम अंतरिक्ष मिशन के तहत आईएसएस की यात्रा करेंगे और उनकी भूमिका वाणिज्यिक मिशन में भाग लेने वाले अन्य तीन अंतरिक्ष यात्रियों की तरह ही महत्वपूर्ण होगी।
मंत्री ने कहा, ‘‘यह सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है कि शुभांशु शुक्ला इस अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा होंगे। उनकी भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण होगी जितनी कि इसमें शामिल अन्य लोगों की।’’
शुक्ला ‘एक्सिओम-4’ मिशन का हिस्सा हैं, जिसके अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित होने की उम्मीद है और यह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 14 दिन बिताएगा।
सिंह ने कहा, ‘‘राकेश शर्मा अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री थे, लेकिन यह एक सोवियत मिशन था, जिसमें प्रयोग करने की सीमित गुंजाइश थी, क्योंकि भारत की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी अपनी प्रारंभिक अवस्था में थी। हालांकि, आज स्थिति अलग है।’’
‘एक्सिओम-4’ मिशन के तहत आईएसएस पर चार सदस्यीय चालक दल द्वारा 60 प्रयोग किए जाएंगे। इनमें से सात भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा नियोजित होंगे तथा पांच अन्य प्रयोग होंगे जिनमें शुक्ला नासा के मानव अनुसंधान कार्यक्रम के लिए भाग लेंगे।
केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि शुक्ला द्वारा आईएसएस पर किए जाने वाले प्रयोग भविष्य के अभियानों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं, चाहे वह गगनयान परियोजना हो या भारत द्वारा नियोजित भारत अंतरिक्ष स्टेशन।
भाषा नेत्रपाल माधव
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