कोटा, 25 अप्रैल (भाषा) राजस्थान के झालावाड़ में सड़क पर हुए झगड़े के बाद 20 वर्षीय एक स्थानीय वीडियोग्राफर की कुछ अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने कई दुकानों में आग लगा दी। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इसके बाद प्रशासन ने इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी।
डग निवासी शंभू सिंह पर एक कार (जिसमें दो लोग सवार थे) से गोली चलायी गयी जिससे उनकी मौत हो गई।
पुलिस उपाधीक्षक जय प्रकाश अटल ने बताया कि बृहस्पतिवार को सिंह की गाड़ी उनकी गाड़ी से टकराने के बाद कार सवारों से उनका झगड़ा हो गया और वे उनका मेघवाल मोहल्ले तक पीछा करने लगे, जहां वह एक शादी समारोह की वीडियोग्राफी कर रहे थे।
घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने इलाके में कम से कम छह दुकानों में आग लगा दी और पथराव किया।
पथराव में रायपुर के थाना प्रभारी बन्नालाल जाट के सिर में गंभीर चोट आयी जिसके बाद उन्हें झालावाड़ में प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रेफर कर दिया गया।
भीड़ के साथ झड़प में करीब आधा दर्जन अन्य पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल हो गए।
इसके बाद पुलिस ने रेहान नामक एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है और कथित तौर पर अपराध में इस्तेमाल की गई कार को जब्त कर लिया है। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए कोटा संभागीय आयुक्त राजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार दोपहर 12 बजे से शनिवार दोपहर 12 बजे तक डग, गंगधार और पेडावा उपखंडों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित करने का आदेश दिया।
इससे पहले सिंह के परिवार और स्थानीय लोगों ने दोषियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया। डग विधायक कालूराम मेघवाल के हस्तक्षेप के बाद वे शांत हुए।
झालावाड़ के जिलाधिकारी अजय सिंह राठौड़ ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मेघवाल ने घोषणा की कि सिंह के परिजनों को 40 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा (जिसमें से पांच लाख रुपये सरकार की ओर से और शेष राशि लोगों से जुटाकर दी जाएगी) साथ ही उनके छोटे भाई को संविदा पर नौकरी भी दी जाएगी।
भाषा
शुभम माधव
माधव
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