scorecardresearch
Monday, 6 May, 2024
होमदेश‘खून से लथपथ, मदद की तलाश में खटकाए दरवाजे’, उज्जैन में 8 किलोमीटर तक चली पैदल 12 साल की रेप पीड़िता

‘खून से लथपथ, मदद की तलाश में खटकाए दरवाजे’, उज्जैन में 8 किलोमीटर तक चली पैदल 12 साल की रेप पीड़िता

पुलिस ने बताया कि बच्ची को काफी चोटें आई हैं. ठीक से बातचीत न करने की वजह से उसकी पहचान भी नहीं हो पाई है. हालांकि, एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है.

Text Size:

भोपाल: मध्य प्रदेश के उज्जैन में सोमवार को एक बच्ची को फटे कपड़ों में, खून के धब्बे के साथ सड़कों पर चलते, दरवाजे खटखटाते और मदद मांगते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद किया गया.

कुछ स्थानीय निवासियों ने पुलिस को बुलाया, जो उसे अस्पताल ले गई जहां मेडिकल जांच में उसके साथ बलात्कार किए जाने की पुष्टि हुई. माना जा रहा है कि लड़की की उम्र करीब 12 साल होगी.

पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि पुलिस ने शहर की हटकेश्वर कॉलोनी से एक संदिग्ध ऑटो चालक को हिरासत में लिया है, जिसे कथित तौर पर लड़की के पास देखा गया था, जो सीसीटीवी फुटेज के अनुसार उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश कर रहा था.

पुलिस सूत्रों ने कहा कि संदिग्ध के वाहन के पीछे कुछ खून के धब्बे भी मिले हैं.

सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि लड़की मुल्लापुरा रोड से हटकेश्वर कॉलोनी की ओर लगभग आठ किलोमीटर चली थी, जहां उसने कईं लोगों के दरवाजे खटखटाए.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

पुलिस सूत्रों ने बताया कि फुटेज में एक बुजुर्ग व्यक्ति को उससे बात करने की कोशिश करते हुए भी देखा गया लेकिन वो चली गई.

उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बुधवार को दिप्रिंट से कहा, “लोगों ने उसे घर-घर कूड़ा बीनने वालों में से एक समझ लिया. एक स्थानीय निवासी ने पुलिस को फोन किया, जिसके बाद बच्ची को अस्पताल ले जाया गया जहां मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई.”

उज्जैन में प्राथमिक उपचार के बाद, लड़की को इंदौर के एमवाय अस्पताल ले जाया गया है, जहां उसकी चोटों के लिए सर्जरी की गई. शर्मा ने कहा, कई पुलिसकर्मी और स्वयंसेवक सर्जरी के लिए रक्त दान करने के लिए आगे आए.

पुलिस के अनुसार, पीड़िता की पहचान अभी तक सुनिश्चित नहीं की जा सकी है क्योंकि वो ठीक से बातचीत नहीं कर पा रही है. शर्मा ने कहा, “वो पूरा वाक्य नहीं बना पा रही है. उसने अपना नाम तो बताया है, लेकिन हम उसकी सटीक पहचान के बारे में निश्चित नहीं हैं.”

उन्होंने कहा कि हालांकि, बच्ची मानसिक रूप से विक्षिप्त नहीं लग रही है, लेकिन लड़की अपराध या वो उज्जैन कैसे पहुंची, इसकी जानकारी देने में असमर्थ है.

हालांकि, उसकी बोलचाल से पुलिस को संदेह है कि वो उत्तर प्रदेश के बंजारा समुदाय से है.

(संपादन: फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: ‘भीड़ आई, पूछा, घसीटा और साथ ले गए’ – मणिपुर में मारी गई 2 महिलाओं के परिजन न्याय पाने का कर रहे इंतज़ार


 

share & View comments