मुंबई, 20 अगस्त (भाषा) शिवसेना (उबाठा)-महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के पैनल को ‘बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट’ (बेस्ट) से जुड़े ‘कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी’ के चुनाव में सभी 21 सीट पर हार का सामना करना पड़ा।
शिवसेना (उबाठा)-मनसे के बीच पूरे महाराष्ट्र में गठबंधन की चर्चाओं के बीच इस चुनाव के लिए दोनों दल साथ आए थे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना(उबाठा)-मनसे पर ‘क्रेडिट सोसाइटी’ चुनावों को ‘‘ठाकरे ब्रांड’’ के इर्द-गिर्द राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया। इस हार के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी चुनाव में शिवसेना (उबाठा)-मनसे पैनल की हार ने ठाकरे भाइयों को उनकी जगह दिखा दी और इससे यह पुष्टि हुई कि जनता के बीच भाजपा की स्थिति क्या है।
शिवसेना (उबाठा) नेता संजय राउत ने हार को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि उन्हें नतीजों की कोई जानकारी नहीं है।
राउत ने कहा, ‘‘ठाकरे ब्रांड कभी असफल नहीं हो सकता। क्रेडिट सोसाइटी का चुनाव न तो कोई अंतिम परीक्षा है और न ही (आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए) कोई ‘यूनिट टेस्ट’।’’
बेस्ट कामगार सेना (शिवसेना-उबाठा से संबद्ध) के अध्यक्ष सुहास सामंत ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘सभी 21 उम्मीदवारों की हार आश्चर्यजनक है।’’
मनसे और शिवसेना (उबाठा) यह चुनाव लड़ने के लिए साथ आए थे, जिसे दोनों दलों के बीच संभावित गठबंधन के रूप में देखा जा रहा है। इन दोनों दलों के प्रमुख चचेरे भाई राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे हैं।
मुंबई महानगरपालिका के उपक्रम बेस्ट के कर्मचारियों से जुड़ी हाई-प्रोफाइल सहकारी ऋण समिति के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ। मतगणना मंगलवार को शुरू हुई और देर रात तक जारी रही।
शशांक राव के प्रतिद्वंद्वी पैनल ने सबसे अधिक 14 सीट जीतीं।
सामंत ने दावा किया, ‘‘इस चुनाव में धन का बोलबाला रहा।’’
बेस्ट क्रेडिट सोसाइटी का चुनाव लड़ने के लिए शिवसेना (उबाठा) और मनसे ने ‘उत्कर्ष’ नाम का एक पैनल गठित किया था। इस पैनल में 21 सदस्य थे, जिनमें से शिवसेना (उबाठा) से 18, मनसे से दो और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति संघ से एक सदस्य थे।
मनसे नेता संदीप देशपांडे ने सोमवार को आरोप लगाया कि बेस्ट क्रेडिट सोसायटी में मतदाताओं को लुभाने के लिए धन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
यह चुनाव बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) समेत राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए शिवसेना (उबाठा) और मनसे के बीच संभावित गठबंधन की अटकलों के बीच हुआ है।
शिवसेना (उबाठा) और मनसे के नेताओं ने कहा था कि बेस्ट में मनसे के पास पर्याप्त संख्याबल नहीं है, लेकिन यह चुनाव दोनों पार्टियों को राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले एक साथ आने का मौका देगा।
उन्होंने कहा था कि इससे लोगों को दोनों दलों की एकता का राजनीतिक संदेश भी मिलेगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) प्रसाद लाड ने क्रेडिट सोसायटी चुनावों के लिए ‘सहकार समृद्धि’ पैनल की घोषणा की थी।
एक अधिकारी ने पहले यह जानकारी दी थी कि चुनाव मैदान में पांच पैनल हैं, जिनमें से एक श्रमिक संघ नेता शशांक राव का है।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से संबद्ध एक यूनियन भी है।
बेस्ट एम्प्लॉइज कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड में इस निकाय के मौजूदा और पूर्व कर्मचारी सदस्य हैं, जो निर्वाचक मंडल का गठन करते हैं।
इस क्रेडिट सोसाइटी के 15,000 से ज़्यादा सदस्य हैं और वर्षों से इस पर बेस्ट कामगार सेना का दबदबा रहा है, जो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उबाठा) से संबद्ध है।
भाजपा ने शिवसेना(उबाठा)-महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) समर्थित ‘उत्कर्ष’ पैनल के 21 सदस्यीय पैनल में एक भी सीट न जीतने का जिक्र करते हुए कहा कि ‘‘ठाकरे ब्रांड’’ शून्य साबित हुआ है।
शशांक राव ने कहा कि यह बेस्ट कर्मचारियों की जीत है, जिन्होंने शिवसेना (उबाठा) के नेतृत्व वाले समूह को उनकी ‘‘मजदूर-विरोधी’’ नीतियों के कारण नकार दिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा की मुंबई इकाई के प्रमुख आशीष शेलार ने हमेशा बेस्ट कर्मचारियों का समर्थन किया है।
लाड ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘बेस्ट एम्प्लॉइज कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी के चुनाव में ठाकरे ब्रांड शून्य साबित हुआ। ब्रांड के मुखिया एक भी सीट नहीं जीत पाए। हमने उन्हें उनकी जगह दिखा दी है।’’
महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा नेता आशीष शेलार ने इस जीत को मुंबई में अपनी पार्टी के लिए ‘‘शुभ संकेत’’ बताया।
शेलार ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भाजपा के लिए, यह मुंबईवासियों की ओर से एक सकारात्मक संकेत है। मज़दूरों और कर्मचारियों ने हमारा साथ दिया है, जबकि ‘पैट’ (विश्वसनीयता) और ‘पेढ़ी’ (पैसे) के लिए लड़ने वालों को एक बड़ा कद्दू थमा दिया गया है। एक बार फिर यह स्पष्ट है कि मजदूर और श्रमिक हमारे साथ हैं।’’
महाराष्ट्र में भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने ऐसे ही विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह परिणाम ठाकरे भाइयों के घटते प्रभाव को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘उद्धव और राज ठाकरे ने बेस्ट चुनाव को लेकर एक साथ आकर खूब शोर मचाया। ऐसा दिखाया गया मानो उनकी जीत आसान हो, लेकिन मनसे के हाथ मिलाने के बावजूद यह सहकारी संस्था में एक भी सीट नहीं जीत पाए, जिस पर वर्षों से शिवसेना (उबाठा) का दबदबा रहा है।’’
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सिम्मी सुरेश
सुरेश
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