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Friday, 15 November, 2024
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शिवसेना को गोवा, उप्र व मणिपुर में नोटा से भी कम वोट मिले

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मुंबई, 10 मार्च (भाषा) शिवसेना को गोवा, उत्तर प्रदेश और मणिपुर के विधानसभा चुनावों में नोटा से भी कम वोट मिले हैं। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।

महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार चला रही शिवसेना को तीन राज्यों में एक भी सीट नसीब नहीं हुई है।

गोवा में शिवसेना ने 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और सभी की जमानत जब्त हो गई है।

शिवसेना को गोवा की चार सीटों पर 100 से भी कम वोट मिले हैं। गोवा में ‘उक्त में से कोई नहीं’ (नोटा) को 1.12 फीसदी मत मिले जबकि शिवसेना को 0.18 प्रतिशत वोट ही मिल सके।

इसी तरह मणिपुर में शिवसेना ने छह सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए थे जहां नोटा को 0.54 प्रतिशत तो शिवसेना को महज़ 0.34 फीसदी ही वोट मिले।

उत्तर प्रदेश में शिवसेना को बृहस्पतिवार को 0.03 फीसदी मत हासिल हुए जबकि नोटा को 0.69 प्रतिशत वोट पड़े।

गोवा, उत्तर प्रदेश और मणिपुर में शिवसेना के खराब प्रदर्शन पर पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी को नोटा विकल्प से भी कम वोट मिले क्योंकि उसके पास उपयोग के लिए भाजपा जितना पैसा नहीं था।

शिवसेना सांसद ने कहा, “ फिर भी हम गोवा और उत्तर प्रदेश में लड़े। हमारी लड़ाई जारी रहेगी। जीत या हार अंत नहीं होता है। यह शुरुआत है। हम काम करना जारी रखेंगे।”

पार्टी ने प्रचार के लिए महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे समेत कई नेताओं को उतारा था। आदित्य ठाकरे ने गोवा और उत्तर प्रदेश में प्रचार किया था। राउत ने भी गोवा में पार्टी के लिए वोट मांगे थे।

फिर भी पार्टी महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्य गोवा में कोई असर दिखाने में नाकाम रही जहां अच्छी संख्या में मराठी भाषी लोग रहते हैं।

भाषा

नोमान नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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