मुंबई, 26 नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के तीन दिन बाद मंगलवार को संवैधानिक बाध्यता के तहत इस्तीफा दे दिया, जिससे राज्य में नयी सरकार के गठन का रास्ता साफ हो गया। हालांकि, यह शीर्ष पद भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को मिलेगा या शिवसेना प्रमुख शिंदे को, इस बारे में स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।
पूर्ववर्ती सरकार के दो उप मुख्यमंत्री फडणवीस और अजित पवार के साथ शिंदे ने आज सुबह राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन से मुलाकात की, जिन्होंने शिवसेना नेता को अगले मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री रहने को कहा।
निवर्तमान विधानसभा का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हो गया।
महायुति गठबंधन ने हालिया विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया। इसने 288 में से 230 सीट पर जीत दर्ज की। महायुति के घटक दल भाजपा ने 132, शिंदे नीत शिवसेना ने 57 और अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 41 सीट हासिल की।
शिवसेना प्रवक्ता संजय शिरसाट ने संकेत दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं से शिंदे, फडणवीस और अजित पवार की चर्चा होने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर मंगलवार रात या बुधवार सुबह तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
शिरसाट ने कहा, ‘‘तीनों नेता (शिंदे, फडणवीस और अजित पवार) शाम में मिलेंगे तथा कोई उपयुक्त निर्णय लेंगे जिसकी जानकारी बाद में मीडिया को दे दी जाएगी।’’
इससे पहले दिन में, उन्होंने कहा था कि चूंकि विधानसभा चुनाव शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया, इसलिए लोगों में यह आम धारणा है कि उन्हें मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पद के संबंध में भाजपा के शीर्ष नेताओं के रुख के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।
इस बीच, एक संबद्ध घटनाक्रम में नयी दिल्ली में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने देवेंद्र फडणवीस को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया है, हालांकि पार्टी द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
भाजपा के एक नेता ने इस बात पर जोर दिया कि विभागों के बंटवारे को अंतिम रूप दिये जाने तक पार्टी मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा करने में जल्दबाजी नहीं करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा करने की जल्दबाजी में नहीं है। हमें निर्णायक जनादेश मिला है और अब प्राथमिकता सरकार गठन के लिए एक व्यापक योजना तैयार करना है, जिसमें विभागों का बंटवारा और जिलों के प्रभारी मंत्री जैसे प्रमुख पदों का आवंटन शामिल है।’’
उन्होंने कहा कि गठबंधन सहयोगियों के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न नहीं होने देने के लिए सावधानी बरती जा रही है।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘संसद का सत्र जारी रहने के कारण, केंद्रीय नेतृत्व की व्यस्तता बढ़ गई है, फिर भी वह भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के नेताओं और सहयोगियों के साथ बैठकें कर रहा है तथा संसद में कामकाज सुचारू रखने की भी जिम्मेदारी संभाल रहा है।’’
उन्होंने संकेत दिया कि भाजपा की केंद्रीय इकाई एक पर्यवेक्षक या पर्यवेक्षकों की एक टीम नियुक्त करेगी, जो प्रदेश मंत्रिमंडल के फार्मूले को अंतिम रूप देने के लिए विधायकों और वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारियों से मिलेंगे।
अजित पवार नीत राकांपा ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने हाल में कहा था कि फडणवीस उन्हें स्वीकार्य हैं।
इससे पहले दिन में, शिंदे और फडणवीस 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए मुंबई में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। एक साथ मौजूद होने के बावजूद, दोनों नेताओं के बीच कथित तौर पर बहुत कम बातचीत हुई।
भाषा सुभाष अविनाश
अविनाश
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