नई दिल्ली: बिलक़ीस बानो, जिन्हें प्यार से शाहीन बाग़ की दादी बुलाया जाता है, उनके साथ विश्व-पैरा बैडमिंटन चैम्पियन मानसी जोशी, 12 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता रिधिमा पाण्डे, और ‘गाना’ सिंगर इसाइवानी, उन भारतीयों में से हैं, जिन्हें 2020 के लिए बीबीसी की, 100 प्रेरणादायक और प्रभावशाली महिलाओं की सूची में शामिल किया गया है.
मंगलवार को जारी हुई लिस्ट को, चार श्रेणियों में बांटा गया है- ज्ञान, नेतृत्व, रचनात्मकता और पहचान. चार भारतीय महिलाओं के अलावा, फिनलैण्ड की प्रधानमंत्री सना मरीन, और कोविड-19 वैक्सीन की रिसर्च की अगुवाई कर रहीं, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की सारा गिल्बर्ट, उन महिलाओं की सूची में शामिल थीं, जिन्होंने ‘इस अशांत समय में एक अंतर पैदा किया’.
82 वर्षीय बानो, उन महिलाओं में से एक थीं, जिन्होंने पिछले साल के अंत में, दिल्ली के शाहीन बाग़ में शांतिपूर्वक तरीक़े से, विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन किया. सितंबर में टाइम पत्रिका ने भी, उन्हें 2020 के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की अपनी लिस्ट में शामिल किया था.
31 वर्षीय जोशी को, जिन्होंने 2011 में एक सड़क दुर्घटना में, अपनी एक टांग गंवा दी थी, एक ‘बदलाव लाने वाली’ के रूप में मान्यता मिली. इस साल जून में, बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन ने उन्हें एसएल3 में, दुनिया में दूसरी रैंकिंग दी. पिछले महीने, वो टाइम पत्रिका के एशिया एडिशन के कवर पर भी दिखाई दीं, जहां उन्हें ‘अगली पीढ़ी की लीडर’ के तौर पर सूचीबद्ध किया गया था.
बुधवार को एक ट्वीट में पैरा-एथलीट ने कहा, ‘बेहद सम्मानित महसूस, कर रही हूं, और बीबीसी की आभारी हूं कि उन्होंने मुझे 2020 की 100 महिलाओं की अपनी लिस्ट में जगह दी…मेरे लिए गौरव की बात है कि मैं एक खेल खेलती हूं जिसे मैं खेलती रहूंगी और उसके ज़रिए लोगों के नज़रियों को बदलती रहूंगी’.
Extremely honoured and thankful to BBC for including me in their list of 100 women of 2020. This year truly has been a year filled with happiness and its own ups & downs. I'm privileged to play a sport, continue playing it and continue changing perspectives of people through it pic.twitter.com/GqExOXMU8p
— Manasi G. Joshi (@joshimanasi11) November 25, 2020
12 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता और गायिका ने पुरानी परंपरा को तोड़ा
उत्तराखंड के हरिद्वार की एक 12 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता पाण्डे को, ‘सभी स्तरों पर दूसरे छात्रों को अपने भविष्य और दुनिया की जैव-विविधता के लिए लड़ने की ख़ातिर सशक्त करने के’ प्रयासों के लिए पहचान मिली है. बीबीसी ने ये भी कहा कि 9 वर्ष की आयु में पाण्डे ने जलवायु में बदलाव को कम करने की दिशा में निष्क्रियता बरतने के लिए भारत सरकार के खिलाफ एक याचिका दायर की थी.
वो उन 16 बाल कार्यकर्ताओं में थी, जिनमें स्वीडिश कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग भी शामिल थीं, जिन्होंने पांच देशों के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में एक मुक़दमा दायर किया था. क़रीब 10,000 पेड़ कटवाकर देहरादून एयरपोर्ट का विस्तार करने के, उत्तराखंड सरकार के क़दम के खिलाफ, पाण्डे ‘थानो जंगल बचाओ’ विरोध में भी शरीक हुईं थीं.
यूनिसेफ इंडिया ने इस लिस्ट में शामिल किए जाने पर युवा ‘जलवायु योद्धा’ को बधाई दी.
Thank you so much @UNICEFIndia keep guiding me. https://t.co/WLHCwq0ddx
— Ridhima pandey (@ridhimapandey7) November 25, 2020
इसाइवानी एक गाना सिंगर हैं, गायकी का ऐसा रूप जो तमिलनाडु में उत्तरी चेन्नई के श्रमिक वर्गों के इलाक़ों से विकसित हुआ. चेन्नई स्थित बैण्ड ‘दि कास्टलेस कलेक्टिव’ की, वो अकेली महिला सदस्य हैं. इसाइवानी को ‘बरसों तक इस पुरुष-प्रधान क्षेत्र में गाने और प्रदर्शन करने के लिए पहचान मिली है’. बीबीसी ने ये भी कहा कि उन्होंने ‘लंबे समय से चली आ रही एक परंपरा को तोड़ा है’ और अन्य महिला गाना सिंगर्स को भी संगीत को अपनाने के लिए प्रेरित किया है.
दि न्यू इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में गायिका ने कहा, ’24 नवंबर एक ऐसा दिन है, जिसे मैं कभी नहीं भूलूंगी. सुबह उठते ही मुझे ये ख़बर सुनने को मिली. मेरे पास शब्द नहीं हैं’.
(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
मुझे नहीं लगता कि आप कार्ल मार्क्स के वफ़ादार हैं !