चेन्नई, 11 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विचारक एवं ‘तुगलक’ पत्रिका के संपादक एस गुरुमूर्ति के यहां स्थित आवास पर गए और विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की।
शाह मायलापुर में गुरुमूर्ति के आवास पर दोपहर में गए और करीब एक घंटे तक उनके साथ चर्चा की। भाजपा के वरिष्ठ नेता शाह के साथ केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन और पार्टी के प्रदेश प्रमुख के.अन्नामलाई भी थे।
हालांकि, केंद्रीय गृह मंत्री को शाम में गुरुमूर्ति से मुलाकात कर अपने चेन्नई दौरे का समापन करना था। लेकिन शाह के कार्यक्रम में अचानक हुए बदलाव से प्रदेश भाजपा के नेता हैरान रह गए।
शाह के चेन्नई दौरे से पहले, भाजपा की सहयोगी पीएमके के संस्थापक डॉ. एस. रामदास ने पार्टी (पीएमके) अध्यक्ष के रूप में पार्टी की बागडोर संभालने की घोषणा की और अपने बेटे एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. अंबुमणि रामदास को इस क्षेत्रीय दल का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया।
अंबुमणि ने 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के साथ चुनावी गठबंधन का कथित तौर पर समर्थन किया था, जबकि एस रामदास अन्नाद्रमुक नीत गठबंधन में बने रहना चाहते थे।
विपक्षी अन्नाद्रमुक नेतृत्व ने इस बात पर जोर दिया था कि वह इस बारे में जल्दबाजी नहीं करना चाहता और गठबंधन पर उपयुक्त निर्णय की घोषणा बाद में की जाएगी।
भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, ‘‘माना जाता है कि गुरुमूर्ति अन्नाद्रमुक के साथ चुनावी गठबंधन के पक्ष में हैं। लेकिन गठबंधन पर फैसला अंततः भाजपा आलाकमान करता है।’’
इस बीच, राज्य नेतृत्व में बदलाव की अटकलों के बीच, तिरुनेलवेली से भाजपा विधायक नयनार नागेंद्रन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले टी नगर स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय कमलालयम आए।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हालांकि, हम पार्टी के उम्मीदवारों से नामांकन प्राप्त करने की घोषणा करते हैं, लेकिन आमतौर पर केवल पार्टी द्वारा समर्थित लोग ही अपना फॉर्म जमा करते हैं। यह एक ही व्यक्ति होता है।’’
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