अमृतसर, 24 मई (भाषा) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने शनिवार को पंजाब सरकार पर एक आगामी समारोह के लिए सुझाव मांगने वाले विज्ञापन में ‘सचखंड श्री हरमंदिर साहिब’ की छवि में कंप्यूटर जनित तकनीक के जरिये बदलाव करने का आरोप लगाया।
धामी ने कहा कि सरकार का यह कदम ‘सिख भावनाओं का गंभीर निरादर है।’ धामी ने इस बात पर जोर दिया कि सिख धर्म से जुड़ी कोई भी तस्वीर प्रकाशित करने से पहले सरकार को एसजीपीसी से सलाह लेनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि स्वर्ण मंदर सिख श्रद्धा का आध्यात्मिक केंद्र है और दुनिया भर के सिख इस मंदिर की पवित्र छवि को अपने दिलों में संजोए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमता से ‘‘बदलाव की हुई’’ छवि प्रस्तुत करके विज्ञापन ने न केवल सिख श्रद्धा और विश्वास का अनादर किया है, बल्कि दरबार साहिब की आध्यात्मिक आभा को कमतर करने का एक सतही प्रयास भी किया है, जो प्रत्येक सिख की आत्मा में बसता है।
एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) के अध्यक्ष धामी ने कहा कि ‘श्री हरमंदिर साहिब’ की सैकड़ों प्रामाणिक तस्वीर इंटरनेट पर उपलब्ध होने के बावजूद, सरकार द्वारा एक छवि में डिजिटल रूप से बदलाव करना अत्यंत पीड़ादायक और निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि सरकार की भूमिका गुरुओं से जुड़े शहरों के विकास में सहयोग देना, बुनियादी ढांचे को सुधारना और एसजीपीसी के साथ मिलकर उचित स्मारकों की स्थापना में सहयोग करना है।
भाषा अमित संतोष
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