अमृतसर, तीन दिसंबर (भाषा) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले में मौत की सजा पाये दोषी बलवंत सिंह राजोआना से अपील की है कि वह सिखों के शीर्ष धार्मिक निकाय की ओर से दायर अपनी ‘दया याचिका’ वापस लेने के लिए भूख हड़ताल पर न जाएं।
एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि समिति ने ‘पंथक’ भावनाओं को ध्यान में रखते हुए याचिका दायर की है और इसे वापस लेना समुदाय के हित में नहीं है।
उन्होंने विशेष कार्यकारी बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि राजोआना ने एसजीपीसी को हाल ही में पत्र लिखकर दया याचिका वापस लेने की मांग की थी, जिसपर ‘पंथक’ प्रतिनिधियों ने अपनी राय दी कि एसजीपीसी को यह याचिका वापस नहीं लेनी चाहिए। यह बैठक धामी के नेतृत्व में हुई।
धामी ने कहा कि आज कार्यकारिणी की बैठक के दौरान राजोआना से अपील की गई कि वह पांच दिसंबर से भूख हड़ताल पर जाने के अपने फैसले को वापस ले लें, क्योंकि ‘गुरमत (सिख गुरुओं की शिक्षा) के अनुसार ऐसा करना सही नहीं है।’
राजोआना को मौत की सजा के मामले में एसजीपीसी की ओर से वर्ष 2012 में राष्ट्रपति के पास ‘दया याचिका’ दायर की गई थी।
राजोआना वर्ष 1995 के बेअंत सिंह हत्याकांड का दोषी है और फिलहाल पटियाला केंद्रीय कारागार में बंद है।
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