नयी दिल्ली, आठ जून (भाषा) दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के जामिया नगर में बुधवार सुबह मेट्रो पार्किंग में आग लग गई जिससे कम से कम 90 वाहन जल गए। दिल्ली दमकल सेवा के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने कहा कि यह एक बड़ी आपदा हो सकती थी क्योंकि, पार्किंग स्थल मेट्रो स्टेशन से जुड़ा है। इसने कहा कि हालांकि, किसी व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा और न ही यात्री सेवाओं में बाधा उत्पन्न हुई तथा इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचने के लिए संबंधित एजेंसी के साथ मामले को उठाया जाएगा।
सोशल मीडिया पर जारी तस्वीरों में जलते वाहनों के ऊपर धुएं का घना गुबार दिखाई दिया।
दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि जामिया नगर इलाके के मुख्य तिकोना पार्क क्षेत्र में आग लगने की घटना के बारे में सुबह करीब पांच बजे सूचना मिली, जिसके बाद 11 दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गईं।
उन्होंने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया और आग लगने के असल कारणों का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्किंग स्थल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उन्हें सुबह पांच बजकर पंद्रह मिनट पर आग लगने की सूचना मिली। संदेह है कि आग शॉर्ट-सर्किट के कारण लगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली मेट्रो परिसर के अंदर के क्षेत्र को ईटीओ मोटर्स द्वारा पट्टे पर लिया गया है तथा इसे पार्किंग स्थल और ई-रिक्शा के लिए चार्जिंग स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘अस्सी ई-रिक्शा जल गए, जबकि 11 कार, चार दोपहिया वाहन और आसपास के दो-तीन घरों के एयर-कंडीशनर क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ओखला विहार मेट्रो थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 336 (दूसरों के जीवन को खतरे में डालने वाला कार्य) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।’’
जामिया नगर निवासी नूर नवाज खान (46) ने पीटीआई-भाषा को बताया कि पार्किंग क्षेत्र में ई-रिक्शा चार्जिंग स्थल भी शामिल है।
उन्होंने कहा, ‘‘पार्किंग को दो हिस्सों में बांटा गया था। एक का इस्तेमाल ई-रिक्शा चार्ज करने के लिए किया जाता था जबकि दूसरे का इस्तेमाल वाहन खड़े करने के लिए किया जाता था। मुझे नहीं पता कि मेट्रो के अधिकारियों ने इस योजना को मंजूरी दी थी या उन्हें इसके बारे में पता था।’’
खान ने कहा कि जब वह सुबह घटनास्थल से करीब 50 मीटर दूर स्थित अपने कोचिंग सेंटर पहुंचे तो ई-रिक्शा और अन्य वाहनों में आग लगी दिखाई दी।
उन्होंने कहा, ‘‘इसका कारण या तो शॉर्ट-सर्किट हो सकता है, या फिर ई-रिक्शा चार्जिंग स्थल पर किसी बैटरी में धमाका इसकी वजह हो सकता है जिससे एक-एक कर सभी वाहनों में आग लग गई।’’
डीएमआरसी ने अपने बयान में कहा कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ और न ही यात्री सेवाओं पर असर पड़ा।
बयान में कहा गया, ‘‘डीएमआरसी मामले में आगे की जांच कर रही है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचने के लिए मामले को संबंधित एजेंसी के समक्ष उठाया जाएगा।’’
भाषा फाल्गुनी नेत्रपाल
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