नयी दिल्ली, पांच मार्च (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी के बाहरी उत्तरी दिल्ली जिले में जघन्य अपराधों के आरोपी 62 किशोरों में से सात पर वयस्कों की तरह मुकदमा चलाया जायेगा। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि जिले में निवासियों के लिए एक सुदृढ़ और सुरक्षित कानून-व्यवस्था का माहौल बनाने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान चलाया गया है।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) निधिन वलसन ने कहा, ‘‘विशेष अभियान के तहत 16 से 18 वर्ष की आयु के कुल 62 किशोरों की पहचान की गई है, जो डकैती, झपटमारी, हत्या, हत्या के प्रयास और अन्य ऐसे जघन्य अपराधों में शामिल रहे हैं। इन मामलों की गंभीरता को देखते हुए, इन पर वयस्कों की तरह मुकदमा चलाने के लिए 62 आवेदन पेश किए गए। हमें सात आवेदनों के लिए मंजूरी मिल गई।’’
जिले के विभिन्न पुलिस थानों से प्राप्त जानकारी साझा करते हुए डीसीपी ने बताया कि बवाना से आठ, शाहबाद डेयरी से एक, नरेला औद्योगिक क्षेत्र से 20, अलीपुर से चार, समयपुर बादली से 11, स्वरूप नगर से एक और भलस्वा डेयरी पुलिस थाने से 17 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने बताया कि नरेला औद्योगिक क्षेत्र से 20 आवेदनों में से एक को मंजूरी दी गई, अलीपुर से एक, समयपुर बादली से तीन और भलस्वा डेयरी से दो आवेदनों को भी मंजूरी दी गई।
डीसीपी ने कहा, ‘‘इसके बाद अदालत में आवेदन प्रस्तुत किए गए, जिसमें अनुरोध किया गया कि इन किशोरों के कथित अपराधों की गंभीरता को देखते हुए उन पर वयस्कों की तरह मुकदमा चलाया जाए। इसके परिणामस्वरूप, इन किशोरों पर अब कानून के तहत वयस्क के रूप में मुकदमा चलाया जाएगा।’’
पिछले साल दिसंबर में, 52 किशोर आरोपियों में से 11 पर उसी जिले में वयस्कों के रूप में मुकदमा चलाया गया था।
भाषा
देवेंद्र वैभव
वैभव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.