नयी दिल्ली, 17 मई (भाषा) ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने का भारत का संदेश लेकर सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विदेश जाएंगे, जिनमें से चार प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व सत्तारूढ़ दलों के नेता जबकि तीन की अगुवाई विपक्षी दलों के नेता करेंगे।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने शनिवार रात सभी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों के साथ इसके सदस्यों के नाम की सूची ‘एक्स’ पर पोस्ट की।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद बैजयंत पांडा की अध्यक्षता वाला प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया जाएगा। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा से निशिकांत दुबे, पी कोन्याक, रेखा शर्मा, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, राजनयिक हर्ष श्रींगला और सांसद सतनाम सिंह संधू शामिल हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद की अध्यक्षता वाला प्रतिनिधिमंडल ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, यूरोपीय संघ, इटली और डेनमार्क का दौरा करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा से डी पुरंदेश्वरी, शिवसेना (उबाठा) से प्रियंका चतुर्वेदी, राज्यसभा सदस्य गुलाम अली खटाना, कांग्रेस से अमर सिंह, भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य और राजनयिक पंकज शरण शामिल है।
जनता दल (यूनाइटेड) सांसद संजय कुमार झा की अध्यक्षता वाला प्रतिनिधिमंडल इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया जापान और सिंगापुर जाएगा। इसमें भाजपा से अपराजिता सारंगी, बृजलाल, पी बरुआ, हेमांग जोशी, कांग्रेस से सलमान खुर्शीद, तृणमूल कांग्रेस से यूसुफ पठान, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) से जॉन ब्रिटास और राजनयिक मोहन कुमार शामिल है।
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), लाइबेरिया, कांगो और सियरा लियोन का दौरा करेगा। इसमें भाजपा से बांसुरी स्वराज, अतुल गर्ग, मदन कुमार मिश्रा, एसएस अहलूवालिया, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) से ई टी मोहम्मद बशीर, बीजू जनता दल से सस्मित पात्रा और राजनयिक सुजान चिनॉय शामिल है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील और कोलंबिया जाएगा।
इसमें भाजपा से तेजस्वी सूर्या, भुवनेश्वर कलिता, शशांक मणि त्रिपाठी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से शांभवी, झारखंड मुक्ति मोर्चा से सरफराज अहमद, तेलुगु देशम पार्टी से हरीश बालयोगी, शिवसेना से मिलिंद देवड़ा और राजनयिक तरनजीत सिंह संधू शामिल है।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सांसद कनिमोझी की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल स्पेन, यूनान, स्लोवेनिया लातविया और रूस जाएगा। इसमें भाजपा से बृजेश चोटा, समाजवादी पार्टी से राजीव राय, नेशनल कांफ्रेंस से अल्ताफ अहमद, राष्ट्रीय जनता दल से प्रेमचंद गुप्ता, आम आदमी पार्टी से अशोक कुमार मित्तल और राजनयिक मंजीव पूरी और जावेद अशरफ शामिल है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले की अध्यक्षता वाला प्रतिनिधिमंडल मिस्र, कतर, यूथोपिया और दक्षिण अफ्रीका का दौरा करेगा।
इस प्रतिनिधि मंडल में भाजपा के राजीव प्रताप रूडी, अनुराग सिंह ठाकुर, आम आदमी पार्टी के विक्रमजीत सिंह साहनी, तेलुगु देशम पार्टी के लावू श्रीकृष्ण, कांग्रेस के आनंद शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन और पूर्व राजनयिक सैयद अकबरुद्दीन शामिल है।
कांग्रेस ने जिन चार नेताओं के नाम दिए थे उनमें से सिर्फ आनंद शर्मा को सरकार द्वारा जारी सूची में जगह मिली है।
प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करने वाले विपक्षी नेताओं में कांग्रेस सांसद शशि थरूर का नाम प्रमुख है, हालांकि पार्टी ने जिन चार नेताओं की सूची सरकार को सौंपी है उनमें थरूर का नाम नहीं था।
कांग्रेस का कहना है कि उसकी तरफ से सिर्फ चार नेताओं आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम सरकार को दिए गए हैं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने शशि थरूर का नाम लिए बगैर कहा कि ‘‘कांग्रेस में होने और कांग्रेस के होने में जमीन आसमान का फर्क है।’’
दूसरी तरफ, थरूर ने कहा है कि जब राष्ट्रीय हित की बात होगी और उनकी सेवाओं की आवश्यकता होगी, तो वह पीछे नहीं रहेंगे।
संसदीय कार्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल हर तरह के आतंकवाद का मुकाबला करने की भारत की राष्ट्रीय सहमति और दृढ़ दृष्टिकोण को सामने रखेंगे। वे आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के देश के मजबूत संदेश को दुनिया के सामने लेकर जाएंगे।’’
सरकार ने प्रतिनिधिमंडल के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के ऐसे नेताओं का सोच समझकर चयन किया है, जिन्हें मुखर माना जाता है।
इन नेताओं में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के चार और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के तीन नेता शामिल हैं, जो सार्वजनिक जीवन में लंबे समय से सक्रिय रहने वाले वरिष्ठ सांसद हैं।
विपक्ष ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के मामले पर सरकार की कार्रवाई का समर्थन किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री थरूर ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों पर भारत के हमलों का बचाव और भारत-पाक संघर्ष पर सत्तारूढ़ गठबंधन के सख्त रुख का समर्थन किया है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में भारत एकजुट है। सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे। वे आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के हमारे साझा संदेश को लेकर जाएंगे।’’
मंत्रालय के बयान को साझा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह राजनीति से ऊपर, मतभेदों से परे राष्ट्रीय एकता का एक शक्तिशाली प्रतिबिंब है।’’
बयान में कहा गया कि सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों की प्रस्तावित यात्राएं ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई से संबंधित हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में किसी भी आतंकवादी कृत्य को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।
भारत ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान के साथ कई दिनों तक जारी संघर्ष के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को केवल रोका गया है और अगली कार्रवाई पड़ोसी देश के आचरण पर निर्भर करेगी।
भाषा हक अविनाश सुरभि
सुरभि
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