नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुलमर्ग में आयोजित एक विवादास्पद फैशन शो की जांच के आदेश दिए हैं, जिसे समाज की भावनाओं को आहत करने के आरोप में आलोचना का सामना करना पड़ा है.
अब्दुल्ला ने इस कार्यक्रम की निंदा करते हुए कहा कि इसे आयोजित नहीं किया जाना चाहिए था, खासकर रमज़ान के महीने में.
उमर अब्दुल्ला ने कहा, “हमने जांच के आदेश दिए हैं. एक निजी पार्टी आयोजित की गई थी, चार दिवसीय कार्यक्रम था, जिसमें फैशन शो भी हुआ और इस फैशन शो में कुछ चीजों ने समाज की भावनाओं को आहत किया. जो कुछ मैंने देखा, वह साल के किसी भी समय नहीं होना चाहिए था, खासकर रमज़ान के महीने में.”
अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया कि यह कार्यक्रम निजी आयोजकों द्वारा किया गया था, जिसमें सरकार की कोई संलिप्तता या अनुमति नहीं थी. उन्होंने कहा, “यह एक निजी पार्टी थी, इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं थी, न ही कोई अनुमति ली गई थी. अगर कोई कानून तोड़ा गया है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
इससे पहले, जम्मू-कश्मीर आवामी इत्तेहाद पार्टी के विधायक खुर्शीद अहमद शेख ने इस फैशन शो को राज्य की संस्कृति पर सीधा हमला बताया.
उन्होंने कहा, “रमज़ान के दौरान इस तरह के आयोजन करना शर्मनाक है, यह हमारी संस्कृति पर सीधा हमला है… हम इसकी निंदा करते हैं. हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री इस पर सबसे कड़ी कार्रवाई करें.”
जेकेएनसी विधायक तनवीर सादिक ने कहा, “यह नहीं होना चाहिए था। जम्मू-कश्मीर सूफी संतों की धरती है…सामान्य परिस्थितियों में भी, अर्धनग्न शो यहां नहीं होने चाहिए, यह स्वीकार्य नहीं है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस मामले का संज्ञान लिया है और रिपोर्ट मांगी है, उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.”
बीजेपी विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और केंद्र सरकार चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति बहाल हो… 5 अगस्त 2019 के बाद कश्मीर में शांति का माहौल आया है, देश और दुनिया के लोग कश्मीर आना चाहते हैं. लेकिन कुछ लोग नहीं चाहते कि कश्मीर में शांति और सामान्य स्थिति बनी रहे… यह कुछ लोगों की पुरानी आदत है, वे बिना वजह मुद्दे खड़े करते हैं और जम्मू-कश्मीर का माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं.”
इस बीच, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बिलावर, कठुआ में तीन नागरिकों की दुखद हत्या पर भी टिप्पणी की और जांच तथा राजनीतिक हस्तक्षेप को लेकर चिंता जताई.
“जांच जारी है. बिलावर में जो हुआ, उसकी पूरी जांच होनी चाहिए,” उमर अब्दुल्ला ने कहा और जोर दिया कि मौतों का कारण अभी जांच के दायरे में है. उन्होंने इस मामले के राजनीतिकरण पर भी सवाल उठाते हुए कहा, “इस मामले को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है.”
अब्दुल्ला ने यह भी आलोचना की कि डिप्टी सीएम को क्षेत्र का दौरा करने से रोका गया. उन्होंने कहा, “उप मुख्यमंत्री भी वहां जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें जाने से मना कर दिया गया. उन्होंने मुझे फोन किया, तो मैंने भी उन्हें वहां न जाने की सलाह दी.”
अब्दुल्ला के अनुसार, एसएसपी कठुआ ने डिप्टी सीएम को न जाने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने इस स्थिति में बरती गई असमानता पर सवाल उठाया. “मैं पूछना चाहता हूं कि फिर विपक्ष के नेता सुनील शर्मा को वहां जाने की अनुमति कैसे दी गई?” उन्होंने बिलावर की यात्रा करने वाले विपक्ष के नेता सुनील शर्मा का जिक्र करते हुए कहा.
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