अमरावती (आंध्र प्रदेश), 28 फरवरी (भाषा) तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के वरिष्ठ नेता यादलपति वेंकट राव का सोमवार को तड़के हैदराबाद में वृद्धावस्था संबंधी परेशानियों के कारण निधन हो गया। वह 102 वर्ष के थे।
वेंकट राव ने हैदराबाद में अपनी बेटी के घर पर अंतिम सांस ली। वह कुछ समय से अपनी बेटी के साथ ही रह रहे थे।
वेंकट राव पहले स्वतंत्र पार्टी और फिर कांग्रेस के सदस्य रहे। 1978 से 1980 के बीच दिवंगत मुख्यमंत्री मैरी चन्ना रेड्डी के मंत्रिमंडल का हिस्सा रहे। 1983 में वह तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) में शामिल हो गए थे और कई वर्षों तक उसकी किसान इकाई के प्रमुख के रूप में अपनी सेवाएं दी। वह 1995 में गुंटूर जिला परिषद के अध्यक्ष बने और 1998 में राज्यसभा के सदस्य बने।
वेंकट राव का जन्म 1919 में गुंटूर जिले में हुआ था। वेंकट राव ने आचार्य एनजी रंगा, कोनिजेती रोसैया जैसे कई कद्दावर राजनेताओं के साथ काम किया। वहीं, अलापति राजेंद्र प्रसाद, धूलिपल्ला नरेंद्र और कामिनेनी श्रीनिवास जैसे कई नेताओं ने उन्हें अपना राजनीतिक गुरु भी माना।
उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के भी वेंकट राव के साथ करीबी संबंध थे।
वेंकट राव के चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहती थी और सभी राजनीतक दल के नेता उनका काफी सम्मान करते थे।
उप राष्ट्रपति, तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और कई राजनेताओं ने दिग्गज नेता के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
भाषा निहारिका मनीषा
मनीषा
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