नयी दिल्ली, 30 जनवरी (भाषा) वरिष्ठ पत्रकार एस पी के गुप्ता का सोमवार को 92 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके परिवार ने यह जानकारी दी।
प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के लिए मॉस्को संवाददाता समेत विभिन्न भूमिकाओं में 38 साल तक उन्होंने काम किया। गुप्ता के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उन्होंने अंतिम श्वांस ली। गुप्ता निमोनिया से पीड़ित थे।
पीटीआई में विभिन्न पदों पर गुप्ता 1952 से 1990 तक भारत और मॉस्को में कार्यरत रहे। उन्होंने समाचार एजेंसी के ब्यूरो प्रमुख और दिल्ली में इसके विदेश संपादक के रूप में कार्य किया था। गुप्ता के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं।
आंध्र प्रदेश के गुंटूर में जन्मे गुप्ता ने कई किताबें लिखीं, जिनमें ‘‘इन क्वेस्ट ऑफ पैनेशिया’’, ‘‘एपोस्टल जॉन एंड गांधी’’, ‘‘ए रीथ फॉर डॉक्टर रामैय्या’’, ‘‘समारा संवादी’’ और ‘‘द राइज एंड एकलिप्स ऑफ द सोवियत सिविलाइजेशन’’ शामिल हैं। पीटीआई में उन्हें पीकेजी के नाम से जाना जाता था।
गुप्ता के भतीजे उन्नी मेनन ने कहा, ‘‘वह एक संस्था और एक उत्कृष्ट रिपोर्टर थे।’’ पत्रकार के रूप में 1981 से 1988 के बीच पीटीआई में काम कर चुके मेनन ने कहा, ‘‘पिछले महीने जब मैं उनसे मिला तो उन्होंने मुझे बताया कि वह अब भी कम से कम दो किताबों पर काम कर रहे हैं…और चिंतित थे कि उनका समय खत्म हो रहा है।’’
भाषा आशीष मनीषा
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